संतकबीरनगर में रंजिश को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। मामला थाने पर पहुंचा तो वहां भी दोनों पक्ष भिड़ गए। थाने पर जमकर हंगामा हुआ। बाद में एक पक्ष ने पुलिस पर नाइंसाफी और थाने में व्यवसायी शैलेन्द्र वर्मा की पिटाई का आरोप लगाया। आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीटकर शैलेंद्र को बुरी तरह घायल कर दिया। उसे पहले सीएचसी हैंसर बाजार ले जाया गया जहां से डॉक्टरों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। इस घटना को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक ट्वीट करते हुए सरकार को घेरा। मामले को तूल पकड़ता देख आईजी बस्ती अनिल कुमार और एसपी डाक्टर कौस्तुभ पीड़ित के घर पहुंचे। उन्होंने शैलेंद्र से घटना की जानकारी लेने के बाद धनघटा थाने के एसओ समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
शुक्रवार की दोपहर अखिलेश ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा-‘संतकबीरनगर में थाने में बंद व्यापारी के साथ बर्बरता ‘गोरखपुर कांड’ की पुनरावृत्ति है। इसमें अच्छे-से-अच्छा इलाज और सच्ची जाँच हो। इससे उप्र के कारोबारी भयभीत हैं। इससे उप्र में कारोबारी माहौल व होटल व्यवसाय पर बहुत ख़राब असर पड़ा है। भाजपा ने उप्र को भय-युक्त कर दिया है।’ मिली जानकारी के अनुसार धनघटा थाना क्षेत्र के ग्राम लहुरेगांव में बुधवार की देर रात पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। पुलिस का कहना है कि रात में ही धनघटा थाने पर पहुंचे दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। बीच-बचाव के दौरान पहरा ड्यूटी पर तैनात सिपाही चोटिल हो गया।
मारपीट के दौरान एक पक्ष का युवक घायल हो गया। जिसे पुलिस पहले सीएचसी मलौली, फिर रेफर किए जाने पर जिला अस्पताल ले गई, वहां से भी डॉक्टरों ने घायल युवक को मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। उधर, घायल के भाई का आरोप है कि एसओ और अन्य पुलिस कर्मियों की पिटाई से उसका व्यापारी भाई घायल हुआ है। पुलिस पर नाइंसाफी का आरोप लगाते हुए उसने कहा कि शैलेन्द्र की थाने में जमकर पिटाई की गई। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पहले सीएचसी हैंसर, जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर गया। मेडिकल कालेज से इलाज कराकर अब वह घर लौट चुका है।
संत कबीर नगर में थाने में बंद व्यापारी के साथ बर्बरता ‘गोरखपुर कांड’ की पुनरावृत्ति है। इसमें अच्छे-से-अच्छा इलाज और सच्ची जाँच हो। इससे उप्र के कारोबारी भयभीत हैं। इससे उप्र में कारोबारी माहौल व होटल व्यवसाय पर बहुत ख़राब असर पड़ा है।।
भाजपा ने उप्र को भय-युक्त कर दिया है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 8, 2021