लखनऊ: राज्य में कोरोना वायरस भयावह हो रहा है. ऐसे में राज्य में टीकाकरण बढाने पर जोर देने का फैसला किया गया. जिसके बाद राज्य में हर रोज सात लाख लोगों का वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य तय किया गया. वहीं अब हेल्थ वर्करों की सुस्ती, लाभार्थियों में जागरूकता का अभाव कोरोना के खिलाफ मिशन पर भारी पड़ रहा है. स्थिति यह कि पहले दिन ही लक्ष्य का 50 फीसद कवर करने में टीम पिछड़ गई.
लगाई जा रही है कोरोना वैक्सीन
राज्य में जनवरी में कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. सरकार ने सबसे पहले हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का फैसला किया. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. इसके बाद 60 वर्ष से ऊपर फिर 45 साल से ऊपर के अधिक बीमार लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. अब 45 साल से ज्यादा सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. इसके लिए डॉक्टर से बीमारी के प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है. जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सीएचसी में सप्ताह में छह कार्यदिवसों में वैक्सीन लगाई जा रही है. वहीं राजकीय और अन्य अवकाश पड़ने पर भी वैक्सीनेशन का काम बंद नहीं होता है. पीएचसी, हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी वैक्सीन लगाई जा रही है.
इन-इन लोगों ने लगवाई वैक्सीन
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री मोहसिन रजा, उनकी पत्नी फौजिया सरवर फातिमा, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, लोक गायिका मालनी अवस्थी ने वैक्सीन लगवाई. आईएएस संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर ने वैक्सीन लगवाई. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने पीजीआई में दूसरी डोज लगवाई. वहीं सोमवार को तय किए गए लक्ष्य सात लाख के मुकाबले 2.5 लाख लोगों को ही वैक्सीन लग सकी. बता दें कि अब तक कुल 67 लाख, 61 हजार, 372 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगी है.

अभी यह हैं नियम

  • सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय व सीएचसी पर सोमवार से शनिवार तक वैक्सीन लगाई जाएगी.
  • रविवार की छुट्टी और राजकीय अवकाश के दिन भी वैक्सीन लगेगी.
  • पीएचसी-हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार को वैक्सीनेशन होगा.
  • कोविड पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और सेंटर पर ऑफ लाइन पंजीकरण होगा.
  • जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवाई है, उनको दूसरा डोज चार सप्ताह के बाद लगेगा.
  • जिन लोगों ने कोवि-शील्ड वैक्सीन लगवाई है उनको दूसरा डोज छह से आठ सप्ताह के बीच दिया जाएगा.
  • वर्तमान में राज्य के 6,675 केंद्रों पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई है.
पोर्टल कर डाटा फीडिंग देर में हो पा रहा है. ऐसे में तुरंत का स्पष्ट आंकड़ा नहीं मिल पाता है. वैक्सीनेशन बढ़ाने के प्रयास निरंतर जारी है.
-डॉ अजय घई, राज्य टीकाकरण अधिकारी

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