लखनऊ: डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में एक नया हंगामा शुरू हो गया है. यहां पर बीते 2 दिनों से एमबीबीएस छात्रों पर पद्मश्री एससी राय छात्रावास खाली करवाए जाने का दबाव बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह भी कहा जा रहा है कि यह भ्रामक खबरें हैं. पहला आदेश पद्मश्री डॉ. एससी राय छात्रावास के कमरों के दरवाजे पर चस्पा है, जिसमें चीफ वॉर्डन की आज्ञा से यह कहा गया है कि ‘आवास संस्थान की संपत्ति है, तुरंत खाली करें. बिना अनुमति रहना अवैध है’. इसके बाद 11 सितंबर 2020 की तारीख में ही एक अन्य आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि छात्रावास में रह रहे एमबीबीएस छात्र अपने कमरे को खाली कर दें और सामान लेकर चले जाएं.
पूरा मामला
इन दोनों आदेशों से छात्रावास में रह रहे छात्रों में आक्रोश व्याप्त है. एमबीबीएस छात्रों का कहना है कि हॉस्टल के ताले तोड़कर उनका सामान बाहर रखवा दिया गया है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि एमबीबीएस के नए छात्रों को हॉस्टल में जगह दी जा सके.
सीनियर छात्रों के लिए शहीद पथ पर स्थित हॉस्टल में जाने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन छात्रों का आरोप है कि वहां का निर्माण अधर में है और छात्र घर से लौट रहे हैं तो उन्हें कमरा खाली करने का निर्देश मिल रहे हैं. छात्रों का यह भी कहना है कि कोरोना काल में उन्हें दूसरी जगह पर कमरे किराए पर नहीं मिल रहे हैं और संस्थान मनमानी पर उतारू हो गया है.

इस पूरे मामले पर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन की ओर से शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है, जिसमें कहा जा रहा है कि छात्रावास खाली करवाने की कार्रवाई की खबरें भ्रामक हैं. हॉस्पिटल के आवंटित कमरों को नियमानुसार स्थानांतरित कराया जा रहा है. डॉक्टर एससी राय हॉस्टल में आवंटित कमरों को खाली करवाने के लिए छात्रों को सूचित किया जा रहा है और किसी भी कमरे को जबरदस्ती खाली नहीं करवाया गया है.

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