रायबरेली: सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल के बिल का भुगतान समय से नहीं होने पर नुकसान उठाना पड़ रहा है. शहर के रतापुर चौराहे स्थित फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में भारत संचार निगम लिमिटेड का इंटरनेट बिल काफी समय से बकाया है. विभाग ने कई बार भुगतान करने के संबंध में संस्थान से वार्ता भी की, लेकिन बातचीत असफल रही. बीएसएनएल के अधिकारियों का कहना है कि भुगतान न होने के कारण अब देय राशि बढ़कर लाखों में पहुंच गई है. लेकिन, इंजीनियरिंग संस्थान के जिम्मेदार इसको गंभीरता से नहीं ले रहे.
बीएसएनएल के रायबरेली मंडल के टेलीकॉम डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (टीडीएम) शिव प्रकाश सिंह ने बताया कि वर्तमान में रायबरेली एसएसए का सबसे बड़ा बकायेदार फिरोज गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज है. जिन्हें 10 एमबीपीएस का डेडीकेटेड लीज लाइन कनेक्शन अगस्त 2016 में दिया गया था. लंबा समय गुजर जाने के बाद अभी तक संस्थान ने बिल का भुगतान नहीं किया. यही कारण है कि मार्च 2020 तक बकाया बिल 23 लाख 71 हजार तक पहुंच गया.
हालांकि संस्थान के जिम्मेदार फीस आने के बाद किश्तों में बिल का भुगतान करने की बात कह रहे हैं.इस विषय पर एफजीआईईटी के निर्देशक आरपी शर्मा ने बताया कि बीएसएनएल ने लंबे समय से बिल ही नहीं दिया. अब एक साथ काफी बिल दिया गया है. जल्द भुगतान कराया जाएगा. वहीं 20 सिंतबर को जिले में एसईई की परीक्षा भी होनी है, जिसका केंद्र एफजीआईईटी को बनाया गया है. ऐसे में निर्बाध नेटवर्क कनेक्टिविटी को लेकर भी संशय बरकरार है.