लखनऊ: शरद पूर्णिमा और दिव्यप्रेम की देवी, मीराबाई की जयंती पर शुक्रवार 30 अक्टूबर को डालीगंज स्थित त्रेताकालीन शिवधाम मनकामेश्वर मठ-मंदिर और “नमोस्तुते माँ गोमती संस्थान” की ओर से मनकामेश्वर उपवन घाट पर नमोस्तुते माँ गोमती महा आरती का आयोजन, मनकामेश्वर मठ-मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी के सानिध्य में किया गया।
इस अवसर पर सम्पूर्ण घाट को गोबर के 1100 कामधेनु दीयों से अलंकृत किया गया। शरद पूर्णिमा पर परंपरा के अनुसार मां गोमती को आरोग्य अमृत मेवा खीर, दीपक, रोली चंदन, सिंदूर, पान आदि अर्पित किया गया। श्रीमहंत देव्यागिरी ने शरद पूर्णिमा पर मनकामेश्वर घाट उपवन पर आयोजित पूर्णिमा आरती समारोह में मीराबाई की प्रतिमा को माल्यापर्ण कर उनकी विधिविधान से स्तुति की। उन्होंने इस पावन अवसर पर संदेश दिया कि धर्म का पालन भगवान से डर के नहीं बल्कि उन्हें अपना शुभचिंतक समझ कर करना चाहिए क्योंकि डर से किया गया कार्य कभी स्थायी नहीं होता।