लखनऊ। कोरोना संक्रमण से 112 मुख्यालय के घिरने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस का रिस्पांस टाइम भी बढ़ गया है। अब किसी सूचना पर पुलिस को मौके पर पहुंचने में 20 मिनट तक भी लग रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते पुलिस की आपात सेवा लगातार प्रभावित हो रही है। 112 मुख्यालय व उसके गाजियाबाद उपकेंद्र के बंद होने से पुलिस की मदद मांगने वालों की कठिनाई बढ़ गई है। 112 में रोजाना 21 हजार तक कॉल आती थीं, जो अब करीब 8900 तक रह गई हैं। इसके अलावा चार से पांच मिनट तक की कॉल वेटिंग भी आ रही है।
एडीजी 112 असीम अरुण का कहना है कि कॉल टेकिंग की सुविधा बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रविवार से 112 मुख्यालय को किस्तों में खोलने की तैयारी है। रविवार से उन कर्मचारियों को ही बुलाया जाएगा, जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बुधवार और गुरुवार को भी 50-50 कर्मचारियों के सैंपल लिए गए हैं, लेकिन अभी उनकी रिपोर्ट नहीं आई है। अब तक लखनऊ मुख्यालय व गाजियाबाद उपकेंद्र के कुल 24 कर्मचारियों कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
यूपी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते हॉटस्पॉट की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि सूबे में 2741 हॉटस्पॉट बनाए गए हैं, जिनमें 53.67 लाख लोगों को चिह्नित किया गया है। सभी हॉटस्पॉट में कड़ाई से निर्देशों का अनुपालन कराने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अब तक धारा 188 के तहत करीब 78 हजार एफआइआर दर्ज की है और इनमें दो लाख से अधिक आरोपितों को नामजद किया है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगातार की जा रही सघन वाहन चेकिंग के दौरान अब तक करीब 58 हजार वाहन सीज किये गए हैं। चेकिंग अभियान के दौरान 34.58 करोड़ रुपये शमन शुल्क वसूल किया गया है। कालाबाजारी व जमाखोरी करने के 944 आराोपितों के विरुद्ध 716 मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। इनमें 336 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज के तहत अब तक 1557 मामलों को संज्ञान लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।