भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुआ जसप्रीत बुमराह ने कहा कि वह भारत में टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली एसजी या ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल होने वाली कूकाबुरा गेंद की तुलना में इंग्लैंड में निर्मित ड्यूक्स गेंद के साथ गेंदबाजी करने को लेकर ज्यादा सहज महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है कि क्योंकि ड्यूक्स गेंद खेल में प्रतिस्पर्धा प्रदान करता है जो तेजी से बल्लेबाजों के पक्ष में होता जा रहा है।
जसप्रीत बुमराह ने वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज इयान बिशप और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलक के साथ आईसीसी पॉडकास्ट के लिए बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर अपना विचार रखा। उन्होंने इस दौरान आउटस्विंगर (बाएं हाथ के लिए इनस्विंगर) गेंद और अपने आठ-कदम के रन अप के रहस्य के बारे में भी बताया जिससे वह गति हासिल करते हैं।
भारतीय गेंदबाज ने कहा, ” मुझे ड्यूक्स गेंद से गेंदबाजी करना पसंद है। यह तेज निकलती है और स्विंग भी होती है। आपको इससे थोड़ी मदद मिलती है। अगर यह मदद ना हो तो गेंदबाजों का काम मुश्किल होगा क्योंकि मैदान छोटे होते जा रहे हैं और पिचें सपाट हो रही हैं।”
उन्होंने कहा, ”ऐसे में अगर गेंद से मदद मिलती है तो मुकाबला बराबरी का होता है। आपको लगता है कि आप मैच में बने हुए हैं।” बिशप ने बुमराह से उनके आउटस्विंगर के विकास के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ”मैं हमेशा नई चीजें करने की कोशिश करता हूं। मेरे गेंदबाजी के अलग तरीके से कोई एक या दो बार आश्चर्यचकित हो सकता है लेकिन बल्लेबाज इसका तोड़ निकाल लेंगे। इसलिए आपको लगातार सुधार करने और खुद को विकसित करने की जरूरत है।”
जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्हें कई लोगों ने गेंदबाजी रन-अप बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने हालांकि महसूस किया कि उनके रन-अप की लंबाई के साथ गेंद की गति कभी नहीं बढ़ी। ऐसे में उन्होंने लगभग आठ कदम वाला रनअप जारी रखने का फैसला किया।