पीएम मोदी ने आज बाराबंकी की जनसभा में सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, पांच साल का हिसाब आपको लेना चाहिए, इसलिए जरूर वोट करें। यूपी की इस स्थिति को बदलना होगा। इसके लिए सपा, बसपा और कांग्रेस को हटाना होगा। आप अपने वोट से सबको सजा दीजिए।
अखिलेश राज में पुलिस थाने को सपा का कार्यालय बना दिया, थाने में पुलिस से ज्यादा सपा का गुंडा होता है। यूपी में सबसे ज्यादा अत्याचार दलितों पर होता है, साथ ही थानेदार उसकी फरियाद भी नहीं सुनता है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं है, दवाखानों में दीवारें हैं दवा नहीं है, अखिलेश जी को इसकी चिंता नहीं रही। सरकारी स्कूल में अखिलेश जी का काम बोलता है, इसलिए गरीबों के बच्चों की शिक्षा नहीं हो पा रही है, वहां 50 फीसदी शिक्षक नहीं है। सरकार दलित, पीड़ित, वंचित, बेरोजगार, किसान, महिलाओं की सुरक्षा के लिए होनी चाहिए। अखिलेश जी आपको यूपी के जवानों ने पलकों पर बैठाया था, लेकिन आपने युवाओं को निराश किया। जहां-जहां गया हूं कांग्रेस, सपा, बसपा के प्रति एक भयंकर नफरत का माहौल देखा है।
इसके पहले पीएम मोदी ने आज हरदोई की जनसभा में सपा और कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला। मोदी ने श्री कृष्ण के संदर्भ के सहारे अपने गुजराती और यूपी जुड़ाव का जिक्र किया। मोदी ने कहा , भगवान कृष्ण यूपी में पैदा हुए और गुजरात को उन्होंने कर्मभूमि बनाया और मैं गुजरात में पैदा हुआ और यूपी ने मुझे गोद लिया। पीएम मोदी के मुताबिक मैं ऐसा बेटा नहीं जो अपने माता-पिता को छोड़ दूं। कहा कि यूपी मेरा माई-बाप है।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का विकास कैसे हो, इस पर न तो सपा-बसपा, न ही कांग्रेस ने ध्यान दिया, सबने यहां के लोगों को वोटबैंक माना। यहां के लोग मेहनतकश है, समर्थ भी हैं, फिर भी यहां के लोग बेरोजगार है, इसके लिए यहां की सरकार जिम्मेदार है। भगवान कृष्ण यूपी में जन्मे और गुजरात को कर्मभूमि बनाया, लेकिन मैं गुजरात में जन्मा और यूपी ने मुझे गोद लिया, ये ही मेरे मां-बाप हैं। मैं आप से वादा करता हूं, आपकी सारी समस्या दूर कर दूंगा, बस आप भारी बहुमत से विजयी बनाइये।
उन्होंने कहा कि यूपी में भयंकर बीमारी हो गई है, थानेदार बिना सपा नेता से पूछे लोगों की शिकायत दर्ज नहीं करते हैं। यहां गैगरेप की घटना पर आप बयानबाजी करते हैं, क्या आप यूपी को अपना परिवार नहीं मानते हो क्या। लोकतंत्र में अगर उनको लगता है कि कोई उभर रहा है, तो ये लोग उनका पत्ता साफ कर देते हैं। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा राजनीतिक हत्याएं होती है, ये काम नहीं कारनामा बोलता है। यूपी में शांति व्यवस्था बनाने के लिए भेदभाव नहीं होनी चाहिए, जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक यूपी से गुंडागर्दी नहीं खत्म होगी।