पीएम नरेंद्र मोदी आज महराजगंज में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी के पांच चरण में अच्छी वोटिंग हुई है। ये वोटिंग बताती है कि जनता 15 साल का गुस्सा उतार रही है। 15 साल के दोषियों को चुन-चुन कर सजा दे रही है। यूपी की जनता यहां स्वच्छता अभियान चला रही है।
पीएम मोदी ने कहा, इंद्रधनुष के 7 रंग होते हैं और यूपी चुनाव में भी 7 चरण हैं। 5 चरण वालों ने बीजेपी को जीत दिला दी है, अब छठा और सातवां चरण गिफ्ट होगा । ये चुनाव गरीबों के हक, अपराध से मुक्ति, शोषण से मुक्ति और भेदभाव दूर करने का है। इस चुनाव के बाद नया यूपी बनाना ही भाजपा का सपना है। अखिलेश बोल रहे हैं ‘काम बोल रहा है’, और उनकी सरकार की वेबसाइट बोल रही है ‘कारनामे बोल रहे हैं’।
उन्होंने कहा, वेबसाइट पर लिखा है, यूपी में जिंदगी बहुत छोटी होती है। यूपी सरकार की वेबसाइट पर लिखा है, यूपी की हालत अफ्रीका के सहारा मरुभूमि की तरह है। जब मैंने नोटबंदी की घोषणा की तो पूरा देश जाग गया। नोटबंदी के बाद देश ने देख लिया, ‘हार्डवर्ड’ और ‘हार्डवर्क’ में ज्यादा दम होता है। हिंदुस्तान दुनिया की सबसे ज्यादा आर्थिक विकास करने वाला देश बन गया है। मैं देशवासियों का अभिनंदन करता हूं कि राजनीति के खेल करने वालों को आपने करारा जवाब दिया है। जब चुनाव का बिगुल बजा तो, एक तरफ बेहाल कहने वाले और करने वाले दोनों एक साथ हो गए। अब दोनों एक साथ आ गए तो पूरे प्रदेश का क्या हाल करेंगे, ये कहा नही जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा अब कांग्रेस में ऐसे होनहार लोग हैं, जो आलू फैक्ट्री लगाएंगे तो इनसे आपको कौन बचाएगा। यूपी में करीब 30 लाख परिवार के पास रहने के लिए घर नहीं है। 2022 तक हिंदुस्तान के हर परिवार को घर मिल जाए, भाजपा का यही संकल्प है। गरीबों को घर देने के लिए अखिलेश सरकार से रिपोर्ट मांगी, लेकिन अखिलेश जी रिपोर्ट नहीं दे पाए। अखिलेश सरकार ने 30 लाख परिवार में से सिर्फ 11 हजार लोगों के लिस्ट भेजी। भारत सरकार हर घर में 24 घंटे बिजली देना चाहती है, इसके लिए 18 हजार करोड़ दिए।
अखिलेश सरकार ने भारत सरकार का पैसा नहीं खर्च किया। काम कैसे होता है, वो गरीब के घर में जाकर पता चलता है। हमने बिजली के बिल की बचत करने के लिए LED बल्ब लगाने का काम किया। हमने LED बल्ब का दाम कम किया, जो बल्ब 400 में बिकता था वो अब 80 में मिलता है। पूरे देश में 21 करोड़ LED बल्ब लग चुके हैं। हमने यूरिया की चोरी रोकने के लिए नीम कोटिंग कर दिया, अब यूरिया सिर्फ खेती के लिए प्रयोग होने लगा। आलू की फैक्ट्री लगाने वाले लोगों की जब सरकार थी, उस वक्त किसानों को समय पर यूरिया नहीं मिलता था।