कानपुर में मेयर पद के लिया घमासान पूर्व सांसद भी मैदान में
कानपुर शहर से 27 मेयर पद के उम्मीदवारों को बीच एक नाम है ऐसा भी है जिसे लोग जानते भी हैं और मानते भी हैं|
वह शख्सियत है कानपुर प्रगति मंच की ओर से निर्दलीय खड़े हुए गणेश तिवारी की। यह एक ऐसा नाम है जिसकी चर्चा गाहे-बगाहे शहर के गलियारों में होती रहती है। कभी मीडिया से जुड़े होनी की वजह से तो कभी पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था परिवर्तन से जुड़े होने की वजह से। राजनीतिक छवि से एकदम अलग छवि वाले गणेश तिवारी से शहर के लोग खासी उम्मीद लगाए बैठे हैं। कानपुर में दैनिक जागरण, अमर उजाला तथा हिंदुस्तान में वरिष्ठ पदों पर रहे गणेश तिवारी अब राजनीति में कदम रखने जा रहे हैं, पिछले कई वर्षों से परिवर्तन संस्था के सहयोग से कानपुर के लोगों की सेवा करने वाले वरिष्ठ मीडिया पर्सनालिटी गणेश तिवारी का राजनीति में कदम रखने की तैयारी करना चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले चार वर्षों वे जिस तरीके से निस्वार्थ भाव से जनसेवा में जुटे हुए हैं, उसको देखते हुए माना जा रहा है कि वे जीत सकने की स्थिति में पहुंच सकते हैं। गणेश तिवारी के चुनाव लडऩे के कदम से कानपुर का बुद्धिजीवी तबका खासा उत्साहित है। गणेश तिवारी का मेयर पद के लिए चुनाव लडऩा बदलाव की कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने कानपुर में परिवर्तन संस्था के सहारे एक मुहिम चलाई जो कानपुर में कई बदलावों में सहायक सिद्ध हुआ। इन्हें गणेश तिवारी के प्रयास ही कहेंगे की चार साल पहले शुरू हुई संस्था आज बीस हजार सदस्यों वाली हो गई है। जिसकी शुरूआत खुद गणेश तिवारी ने अपने साथियों के साथ कानपुर के गंदे इलाकों में जाकर साफ-सफाई करने से की थी। इतना ही नहीं इस गु्रप ने उन इलाकों के लोगों को भी जागरूक करने का प्रयास किया। गणेश तिवारी के प्रयासों से शर्मसार हुए नगर निगम के सुस्त पड़े अधिकारी भी काफी हतकर सक्रीय हुए। परिर्वतन ने पार्कों को भी गुलजार करने का प्रयास किया। गणेश तिवारी की मानें तो मेयर पद के खड़े होने का फैसला उन्होंने सहयोगियों के दबाव में मिला। वह कहते हैं कि मेरी संस्था के साथियों ने मुझसे मेयर पद के लिए खड़े होने के लिए जोर दिया और मैं अपने 20 हजार सहयोगियों को मना नहीं कर पाया।
inko बीस हज़ार वोट मिलेगा भी ???
मेयर पवन गुप्ता ही होगा !
Devendra ji khyaali pulav pakate raheiye Pawan gupta k liye apko santushti rahegi parantu chunav ka parinam na dekhiyega aapka dil tut jayega
DIL KO BAHLAANE KA KHYAL GALIB ACHCHHA HAI .
कानपुर का महापौर किसी राजनितिक पार्टी का नहीं होना चाहिए क्यों की ये लोग अपना और पार्टी का पेट भरने में लगते हैं | महापौर कानपुर के प्रबुद्ध लोगों में से होना चाहिए | श्री गणेश तिवारी एक इम्मंदार, मेहनती और सिर्फ कानपुर के विकाश के लिए सोचते हैं | हमारी आपसे प्रार्थना है की इन्हें भारी बहुमत से विजयी बनायें | इनका चुनाव चिन्ह “शहनाई ” है |
best of luck………..
Devendra ji khyaali pulav pakate raheiye Pawan gupta k liye apko santushti rahegi parantu chunav ka parinam na dekhiyega aapka dil tut jayega