राजस्थान कांग्रेस में जारी खींचतान को सुलझाने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने भी कोशिशें तेज कर दी हैं। इधर,राजस्थान कांग्रेस के विधायक इंदर राज गुर्जर, पीआर मीणा, जीआर खटाना, और हरीश मीणा हरियाणा के मानेसर के एक होटल में ठहरे हैं । सचिन पायलट ने कार्यालय से जारी वीडियो में इन्हें उनका समर्थन बताया गया है। सोमवार को जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई तो इसमें पायलट व उनके करीबी माने जाने वाले विधायक ने हिस्सा नहीं लिया। पायलट के बागी तेवर से हरकत में आई कांग्रेस पार्टी ने स्थिति को संभालने के लिए दो वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन को राजस्थान भेज दिया।
बैठक में प्रस्ताव में कहा गया है, ‘ कांग्रेस विधायक दल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था व भरोसा व्यक्त करता है। यह बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में सर्वसम्मति से समर्थन व्यक्त करती है।’ इसके साथ ही इस प्रस्ताव में कांग्रेस पार्टी व राज्य में कांग्रेस सरकार को कमजोर करने वाले सभी अलोकतांत्रिक तत्वों की निंदा करते हुए कहा गया है कि अगर कोई पार्टी पदाधिकारी या विधायक इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। बैठक के बाद विधायकों को बसों से दिल्ली रोड पर एक निजी होटल में ले जाया गया। बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश में जब 2018 में कांग्रेस पार्टी की जीत मिली थी, इसका श्रेय ज्योतिरादित्य सिंधिया की रणनीति को दिया गया, लेकिन दो साल बीत गए उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनाया गया। इसी साल मार्च में उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया। वहीं, राजस्थान की बात करें तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का श्रेय सचिन पायलट को दिया गया।