रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने के लिए सीएम योगी ने दिए थे खास निर्देश, वीडियो वायरल

रायबरेली। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली जिले में एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है। पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर जिस तरह की गुंडागर्दी सड़क पर देखने को मिली थी, उसमें सीधा-सीधा यूपी के सीएम पर आरोप आ रहे हैं। एक वीडियो के वायरल होने के बाद अब जिले की राजनीति में हडकंप मच गया है।
रायबरेली जिले में पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह को हटाने के लिए कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी, लेकिन वोटिंग बूथ तक जिला पंचायत सदस्य पहुंच ही नहीं पाए थे। जिला पंचायत सदस्यों को रास्ते में ही फिल्मी स्टाइल में अपहरण कर लिया गया था। किसी को टोल प्लाजा पर ही रोका गया था, तो किसी का रास्ते में एक्सीडेंट करने का प्रयास किया गया था। यही नहीं, सदर विधायक अदिति सिंह की गाड़ी भी पलटा दी गई थी, जिसमें वह बाल-बाल बची थी। अब एक बार फिर से वीडियो वायरल होने बाद जिले की राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सीधा सीएम योगी आदित्यनाथ पर गुंडागर्दी कराने का आरोप लगा रही है।
बीती रात वायरल हुआ वीडियो
देर रात रायबरेली में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें भाजपा एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह और हरचंदपुर विधायक राकेश सिंह के बड़े भाई गणेश सिंह जिले में सीएम के नाम पर गुंडागर्दी करने का मैसेज दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जिले के दोनों माननीयों के भाई गणेश सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह की कुर्सी बचाने के लिए किसी भी विरोधी जिला पंचायत सदस्य को रायबरेली न पहुँचने की बात कह रहे हैं। यही नहीं, इस वीडियो में गणेश सिंह की तरफ से दावा किया जा रहा है कि जिला पंचायत सदस्य वोटिंग तक न पहुंचने पाए, इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले के डीएम और एसपी को निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमने जिले में लोकसभा चुनाव में पौने चार लाख वोट लाकर जिले में अपनी हैसियत बता दी है। इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही जिले की सियासत में तूफान मचा हुआ है।
14 मई 2019 को लगाया गया था अविश्वास प्रस्ताव
रायबरेली लोकसभा चुनाव में काफी कम अंतर से जीत मिलने के बाद कांग्रेस ने जिले में एमएलसी को कमजोर करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कहीं थी। एमएलसी दिनेश सिंह के भाई और जिला पंचायत अवधेश सिंह के खिलाफ कुछ सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस अविश्वास प्रस्ताव के लिए 14 मई 2019 को वोटिंग की तारीख तय की गई थी। यहां की लोकसभा सीट पर 6 मई को चुनाव हो गए थे। जिला पंचायत अध्यक्ष के विरोध में आए सदस्य विधायक अदिति सिंह के साथ रायबरेली आ रहे थे कि जैसे ही उनकी गाड़ियां रायबरेली लखनऊ टोल प्लाजा पहुँची। वैसे ही उनपर कुछ गुंडों ने टोल प्लाजा पर ही हमला और फायरिंग शुरू कर दी थी। यहां पर गाड़ियों से उतारकर कुछ सदस्यों की जमकर पिटाई भी की गई। मुख्य रूप से पीटे गए जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी थे जिनके बेटे पर दो दिन पूर्व लखनऊ में फायरिंग हुई थी। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य शेरा वर्मा भी थे। यही नहीं, महावीर डिग्री कॉलेज के पास विधायक अदिति सिंह की गाड़ियां भी पलटा दी गई थी। इन्ही सब घटनाओं के बीच जिला पंचायत के विरोधी सदस्य सदन तक नही पहुँच पाए और एमएलसी दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह की कुर्सी बच गई।

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