कानपुर में पुलिस की मिलीभगत से परेशान युवक ने खाया जहर परिवार वाले कई दिनों से मार रहे थे पुलिस शिकायत के बाद भी नही कर रही थी सुनवाई पाँच साल की मासूम बेटी का बयान पापा को मैं कैसे बचाती बड़े चाचा मारते थे
कानपुर में पुलिस के नकारेपन से परेशान एक युवक ने आज रात थाने के अंदर जहर खा लिया जिसे गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया है
कानपुर के नजीराबाद इलाके में रहने वाले शैलेन्द्र का अपने परिवार से प्रापर्टी को लेकर विवाद चलता था जिसको लेकर उसके बड़े भाई अपने बेटो के साथ आये दिन मारते पीटते थे शैलेन्द्र और उसकी पत्नी नेहा हर बार पुलिस से शिकायत करते थे नेहा का कहना है हमने इक्कीस बार पुलिस को एप्लिकेशन दी लेकिन वे लोग पैसे वाले है इसलिए पुलिस मेरे ही आदमी को उलटा बंद कर देती थी थी
शैलेन्द्र को हैलट हास्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत अति गंभीर है इस मामले का सबसे दर्दनाम पहलू यह है कि उसकी तीन छोटी छोटी मासूम बच्चियां है जो खुद अपने पिता को पीटते अपनी आँखों से देखती थी आप खुद इस बच्ची के दर्दनाक शब्दो को सुनिए
बाइट नेहा शैलेन्द्र की पत्नी हमने इक्कीस बार पुलिस को एप्लिकेशन दी लेकिन वे लोग पैसे वाले है इसलिए पुलिस मेरे ही आदमी को उलटा बंद कर देती थी थी
बाइट सोना मेरे पापा मम्मी को बड़े चाचा अपने बेटे के साथ मारा था मैं कैसे बचाती बाबू को पकड़े थी
वीओ2 शैलेन्द्र प्राइवेट नौकरी करता है उसने नेहा से कोर्टमैरिज की थी उसके परिवार वाले इसी से नाराज थे इस मामले में पुलिस की लापरवाही सीधे सीधे सामने है आखिर एक व्यक्ति इतना परेशान कैसे हो गया जो उसने पुलिस की सुनवाई न होने से अपनी जिंदगी ही खत्म करने का बीड़ा उठा लिया इस मामले में एसपी रवीना त्यागी का कहना है शैलेन्द्र का अपने परिजनों से विवाद चल रहा था उसका इलाज कराया जा रहा है पुलिस सुनवाई न होने की जांच की जाएगी
बाइट रवीना त्यागी एसपी साउथ शैलेन्द्र का अपने परिजनों से विवाद चल रहा था उसका इलाज कराया जा रहा है पुलिस सुनवाई न होने की जांच की जाएगी
कितनी अजीब बात है कि यूपी पुलिस जनता पर एक्शन के एक से बढ़कर एक कानून लाती जा रही है लेकिन खुद पुलिस की कार्यवाही ऐसी है कि पीड़ित लोग पुलिस से परेशान होकर जहर खा रहे है काश पुलिस कुछ ध्यान अपने पर भी दे तो ठीक रहता
रिपोर्टर – दिवाकर श्रीवास्तव