कोरोना वायरस महामारी के बीच बायो सिक्योर माहौल में खेलना आसान नहीं और ऐसे में इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच बुधवार (5 अगस्त) से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में मानसिक रूप से तरोताजा रहना ही सफलता की चाबी होगी। इससे पहले वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच सीरीज के जरिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हुआ है। इस सीरीज में इंग्लैंड ने 2-1 से वेस्टइंडीज पर जीत हासिल की। अब इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ इस दौरे का आगाज हो रहा है।
वेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा था कि सात सप्ताह तक टीम सिर्फ होटल और क्रिकेट मैदान तक सिमटी रही और यह मानसिक रूप से काफी मुश्किल था। ऐसे में पाकिस्तान पिछले पांच सप्ताह से इस माहौल के अनुकूल खुद को ढालने की कोशिश में जुटा है। कोच मिसबाह उल हक ने स्वीकार किया कि तरोताजा बने रहना ही सफलता की कुंजी होगा। उन्होंने कहा, हर कोई फिट है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है।”
पाकिस्तानी टीम से इंग्लैंड को कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है। उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण बेहतरीन है और स्पिनर भी आला दर्जे के हैं। पाकिस्तान यासिर शाह और शादाब खान के रूप में दो स्पिनर उतार सकता है। वहीं, बल्लेबाजी में सभी की नजरें बाबर आजम पर लगी होगी, जिन्होंने 2018 से अब तक टेस्ट क्रिकेट में 65 से अधिक की औसत से रन बनाए हैं।
इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज सीरीज के बाद अपने खिलाड़ियों को कुछ दिन का ब्रेक दिया था। क्रिस वोक्स का कहना है कि वह ब्रेक काफी मददगार साबित हुआ। उम्मीद है कि इंग्लैंड के प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं होगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत हासिल करने वाले प्लेइंग इलेवन को ही इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के खिलाफ उतारेगी।
कुछ ऐसा हो सकता है पाकिस्तान का संभावित प्लेइंग इलेवन:
शान मसूद, आबिद अली, अजहर अली (कप्तान), बाबर आजम, असद शफीक, मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), यासिर शाह, शादाब खान, शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह, मोहम्मद अब्बास।
कुछ ऐसा हो सकता है इंग्लैंड का संभावित प्लेइंग इलेवन:
डोमेनिक सिब्ले, रोरी बर्न्स, जैक क्रॉले, जो रूट (कप्तान), बेन स्टोक्स, ओली पोप, जोस बटलर (विकेटकीपर), क्रिस वोक्स, जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन।