झारखंड के रजरप्पा इलाके में मां छिन्नमस्तिका मंदिर में एक सीआरपीएफ के जवान ने सिर काटकर खुद की बलि चढ़ा दी है। वहीं इस घटना के बाद प्रशासन ने मंदिर में ताला लगा दिया है।
खबर के मुताबिक मंगलवार की सुबह जवान ने पहले मंदिर में पूजा की और फिर कटार से सिर को धर से अलग कर दिया। जवान का नाम संजय नट बताया जा रहा है जो कि बक्सर के बलिहार गांव का रहने वाला था। पुलिस के मुताबिक संजय हजारीबाग में तैनात था। इस घटना के बाद से मंदिर में ताला लगा दिया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।
घटना स्थल को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह पहले से ही बलि चढ़ाने के इरादे से मंदिर आया था। उसने खुद की बलि चढ़ाने के लिए ठीक वैसे ही कटार का इस्तेमाल किया जैसा कि मां छिन्नमस्तिका की मूर्ति के हाथ में है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर में प्रवेश करने से पहले भैरवी नहाने गया था। उसके बाद उसने पूजा की और परिक्रमा करने लगा।
परिक्रमा के दौरान ही वह मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचा और कटार से गला रेत डाला. जिसके बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं संजय के परिवारवालों के मुताबिक उसकी मानसिक स्थिति बिल्कुल ठीक थी और वह पूजा-पाठ में बहुत यकीन करता था।
मौके पर पहुंची पुलिस ने संजय के पॉकेट की तलाशी ली तो कागज मिला। इससे उसकी पहचान हुई और कागज में मिले फोन नंबर से उसके घरवालों को सूचना दी गयी। रजरप्पा थाना प्रभारी अतिन कुमार ने बताया कि यह मामला आत्माहत्या का लगा रहा है। हलांकि पूरी जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही दी जा सकती है। मंदिर में हुई आत्महत्या की घटना के पश्चात मंदिर के पुजारियों के द्वारा मंदिर के शुद्धिकरण का कार्य किया गया। इस दौरान पुजारियों ने पंचगव्य, पंचद्रव्य व पांच नदियों के जल से मंदिर का शुद्धिकरण किया