कारों पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती के एक महीना बाद ऑटो कंपनियां फिर से कीमतें बढ़ाने की तैयारी में हैं। इससे कंपनियों को बढ़ते ऑपरेटिंग कॉस्ट और करंसी के उतार-चढ़ाव से निपटने में मदद मिलेगी। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमएंडएम), टाटा मोटर्स, होंडा कार इंडिया और रेनॉ इंडिया जैसी कंपनियां अगले महीने से गाडयि़ों के दाम में बढ़ोतरी करने की तैयार हैं। साथ ही, मारुति सुजुकी, ह्युंदै मोटर इंडिया और फोर्ड इंडिया भी इसी तरह के कदम पर विचार कर रही हैं। मारुति सुजुकी इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (मार्केटिंग ऐंड सेल्स) मयंक पारीक ने बताया, हम नए फिस्कल इयर में एंट्री करने के करीब हैं और कॉस्ट प्रेशर पर भी हमारी नजर है।
एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद कार कंपनियों को कारों की मौजूदा इनवेंटरी पर डीलर्स को मुआवजा देना पड़ा, जिससे उनकी हालत और खराब हो गई। कार कंपनियों के मुताबिक, फ्यूल की कीमत और बाकी खर्चों में बढ़ोतरी से ऑपरेटिंग कॉस्ट काफी बढ़ गई है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के सीईओ (ऑटोमोटिव डिवीजन) प्रवीण शाह ने बताया, ऑपरेटिंग कॉस्ट में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। कीमत में बढ़ोतरी से पहले हम कमोडिटीज और लॉजिस्टिक्स की महंगाई का आकलन करेंगे। मार्जिन पर जबरदस्त दबाव है।
भारतीय कार कंपनियों पर इकनॉमिक स्लोडाउन की जबरदस्त मार पड़ी है। अप्रैल 2013 से फरवरी 2014 के दौरान कारों (एसयूवी और वैन समेत) की सेल्स 6 फीसदी गिरकर 22.65 लाख यूनिट्स हो गई। कार कंपनियों को हाई इनवेंटरी की मार भी सहनी पड़ रही है। सरकार ने 17 फरवरी को एक्साइज ड्यूटी में 4-6 फीसदी की कटौती का ऐलान किया था। इसके बावजूद सेल्स अब तक रफ्तार नहीं पकड़ पाई है। ह्युंदै मोटर इंडिया के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (मार्केटिंग ऐंड रिसर्च) राकेश श्रीवास्तव ने बताया, ‘हम बढ़ोतरी का मन बना चुके हैं।