
इराक में सिलसिलेवार बम धमाके में कम से कम 58 लोगों की मौत हुई. संडे को हुए इन धमाकों में करीब 150 से अधिक घायल हो गए. फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास की इमारत के बाहर भी कार में विस्फोट हुआ है. वर्ष 2006-07 में हुए सांप्रदायिक नरसंहार में हजारों लोगों के मारे जाने के बाद इराक में होने वाले संघर्षों में कमी आई थी, लेकिन दिसंबर 2011 में अमेरिकी सेना के वापस जाने के बाद शिया और सुन्नी मुस्लिमों के बीच तनाव बढ़ाने के लिए सुन्नी तथा अलकायदा से संबद्ध दल हर महीने एक बड़ा हमला कर रहे हैं.
अधिकारियों ने बताया, धमाकों से सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण बगदाद से करीब 300 किमी दूर स्थित आमरा शहर को हुआ. यहां शिया पवित्र स्थल और एक बाजार में दो कार विस्फोटों में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी सैय्यद हसनैन के अनुसार, ‘अस्पताल में अब तक 16 शव लाए जा चुके हैं और करीब सौ से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है.
पुलिस ने बताया कि इससे पहले बगदाद से 50 किमी दूर उत्तर में स्थित दुजैल में एक आत्मघाती हमलावर द्वारा खुद को उड़ा लेने से 11 सैनिकों की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए. यहां बंदूकधारियों और कार चला रहे आत्मघाती हमलावर ने सैन्य चौकी पर हमला किया.
किरकुक शहर में एक तेल कंपनी में गार्ड की नियुक्ति के लिए आवेदन करने के लिए कतार में खड़े लोगों में से आठ की मृत्यु कार बम विस्फोट से हो गई. किरकुक में कई अन्य जगहें भी विस्फोट हुए. यहां अपराध जांच कार्यालय के बाहर एक कार बम और एक मोटरसाइकिल बम विस्फोट में सात लोग मारे गए और 40 घायल हो गए. बाकुबा, सामारा, बसरा और तुज खुरमातो सहित देश भर में हुए कई अन्य धमाकों में और भी लोग मारे गए हैं.
नासीरिया में फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास के बाहर हुए कार बम विस्फोट में एक पुलिसकर्मी की मुत्यु हो गई और चार अन्य घायल हो गए. शहर में हुए एक अन्य कार बम विस्फोट में दो लोगों की मृत्यु हो गई और तीन घायल हो गए.