इस वर्ष तीन अगस्‍त को सिद्धि एवं आयुष्‍माान योग में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। ज्‍योतिषीय दृष्‍टि से यह योग बेहद ही शुभ है। रक्षाबंधन के दिन श्रावण पूर्णिमा को सावन का पांचवां सोमवार भी है। ज्‍योतिषाचार्य पं.शिवकुमार शर्मा के अनुसार इस दिन सुबह 7:18 बजे के पश्चात श्रवण नक्षत्र आ जाएगा जो सिद्धि योग का निर्माण करेगा। प्रात: 6:37 बजे के पश्चात आयुष्मान योग विद्यमान रहेगा।

ज्‍योतिष में 28 योग में इसे सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है। इसी दिन प्रात: 9:28 बजे भद्रा भी समाप्त हो जाएगी। इन सारे शुभ योग में रक्षाबंधन का त्‍योहार भाई-बहन की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और सौभाग्य से परिपूर्ण रहेगा। हमारे देश में श्रावण पूर्णिमा को ही श्रावणी उपाकर्म (विद्यारम्भ ) पर्व, गायत्री जयंती, संस्कृत दिवस, ऋषि तर्पण उत्सव मनाने की परम्परा हजारों वर्षों से चली आ रही है।

राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त- 
पं.शिवकुमार शर्मा के अनुसार वैसे तो सुबह 9:28 बजे से पूरे दिन ही राखी बांधने का शुभ समय है, लेकिन इसके अतिरिक्‍त भी कुछ विशिष्ट मुहूर्त दिनभर बने रहेंगे। प्रात:11:26 बजे से 13:45 तक (तुला लग्न,चर लग्न), मध्यान्ह 13:45 बजे से 16:03 बजे तक (वृश्चिक लग्न,स्थिर लग्न) के लिए शुभ मुहूर्त रहेगा।  सुबह 11:36 बजे से 12:24 बजे तक अभिजीत मुहूर्त का योग रहेगा जो अति उत्‍तम है। यानी ये 48 मिनट बेहद ही शुभ रहेंगे। ऐसे में इन शुभ मुहूर्त में राखी बांधना अति शुभ रहेगा।

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