लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथ मुठभेड़ में शहीद सभी आठ पुलिसजन को नमन करने के साथ ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी से तत्काल मौके की रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरकत में आ चुकीं पुलिस की एक दर्जन टीमें विकास दुबे को गिरफतार करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं।
कानपुर में तड़के कुख्यात बदमाश विकास दुबे के गांव में दबिश देने गई पुलिस की टीम पर विकास ने अपने साथियों के साथ हमला बोल दिया। जिसमें सीओ बिठूर देवेंद्र कुमार मिश्र सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को तलब किया। उन्होंने डीजीपी ने तत्काल ही इस घटना की रिपोर्ट मांगने के साथ अपराधियों के खिलाफ कम से कम समय में सख्त एकशन का निर्देश दिया है। इसके बाद विकास दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों ने ताबड़तोड़ दबिश दी है। इस मिशन में एसटीएफ को भी लगाया गया है।
इस घटना पर उत्तर प्रदेश के पुलिस पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने कहा कि हमलावर बदमाशों की तलाश में उत्तर प्रदेश एसटीएफ को लगाया गया है। एसटीएफ के आईजी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। इन दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है।
आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए पड़ोसी जिलों की पुलिस को भी लगाया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी में एसटीएफ को भी लगाया गया है। इसके साथ लखनऊ से एक फॉरेंसिक की टीम भी कानपुर गई है। कानपुर देहात में एनकाउंटर के बाद जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। इस पूरे गांव में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है।
विकास दुबे और उसके साथियों ने छतों से पुलिस टीम पर गोलियां बरसाईं। बदमाशों ने पुलिस के असलहे भी लूट लिए। पुलिस की एक इंसास रायफल, AK-47 रायफल और एक पिस्टल भी लूट ले गए।