नई दिल्ली: देश में फैली कोरोना महामारी के बीच गुरूवार को बीएसएफ ने एक चीनी नागरिक को गैर-कानूनी तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर से भारत में दाखिल होते हुए धर-दबोचा. इस चीनी नागरिक को पश्चिम बंगाल के मालदा में दाखिल होते हुए पकड़ा गया था. अब तक की जांच में साफ हो गया है कि यह चीनी नागरिक एक जासूस है. इसका नाम हान जुनवई (36 साल) है. जुनवई गलत इरादे से भारत की सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था. इसीलिए उसे आधिकारिक तौर से गिरफ्तार कर लिया गया है.
भारत में वांछित था हान जुनवई
बता दें कि उसके एक साथी को कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की एंटी टेरर स्कॉवयड (एटीएस) ने गिरफ्तार किया था. हान जुनवे खुद और उसकी पत्नी भी इस मामले में सह-आरोपी हैं. भारत में वांछित होने के चलते उसे भारत का वीजा नहीं मिल रहा था।
पूछताछ में हान जुनवे ने खुलासा किया कि उसका साथी हर महीने भारत से 10-15 भारतीय सिम कार्ड चीन भेजता था. जुनवे ने बताया कि उसका गुरूग्राम में एक होटल है, जिसमें कई दूसरे चीनी नागरिक कार्यरत हैं.
इस चीनी घुसपैठिए की तलाशी लेने पर उसके पास से चीनी पासपोर्ट, एक एप्पल लैपटॉप, 02 आईफोन मोबाइल, 01 बांग्लादेशी सिम, 01 भारतीय सिम, 02 चाइनीज़ सिम, 2 पेनड्राइव, 03 बैटरी, दो स्मॉल टॉर्च, 05 मनी ट्रांजैक्शन मशीन, 02 एटीएम कार्ड, अमेरिकी डॉलर, बांग्लादेशी टका और भारतीय मुद्रा बरामद हुई.
पिछले दो सालों में तीन बार आया दिल्ली-गुरूग्राम
चीनी जासूस हान जुनवई भारत-बांग्लादेश सीमा पर मालदा जिले की सुल्तानपुर बीओपी के करीब एक चोर रास्ते से पश्चिम बंगाल में दाखिल होना चाहता था, लेकिन वहां तैनात बीएसएफ के जवानों ने उसे धर-दबोचा. हालांकि, इसने भागने की कोशिश भी की थी.
पूछताछ में इसने बताया कि यह पहली बार साल 2010 में हैदराबाद आया था. वहीं वर्ष 2019 के बाद तीन बार दिल्ली-गुरूग्राम आ चुका है. इसका मौजूदा पासपोर्ट चीन के हुबई प्रांत का है, जो इसी साल यानी जनवरी 2021 में इश्यू हुआ.

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