तमिलनाडु राजनीतिक संकट जारी है। सत्ता की जंग तेज हो गई है। इस बीच ओ. पन्नीरसेल्वम ने गुरुवार को राज्यापाल विद्यासागर राव से शाम पांच बजे मुलाकात की। AIADMK महासचिव शशिकला नटराजन शाम करीब सात बजे राज्यपाल से मिलेंगी। इससे पहले दोपहर को राज्यपाल चेन्नई पहुंचे। विद्यासागर राव महाराष्ट्र के भी राज्यपाल हैं।
विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए दोनों ही गुट अपना-अपना दावा कर रहे हैं। शशिकला सरकार बनाने के लिए दावा ठोक रही हैं। जहां वह राज्यपाल से मिलकर समर्थक विधायकों की परेड कराएंगी। वहीं पन्नीरसेल्वम इस्तीफा वापस लेने की बात कह चुके हैं।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वो अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए तैयार हैं, क्योंकि दबाव डालकर उनसे इस्तीफा लिया गया था। पन्नीरसेल्वम ने कहा कि राज्यपाल से फिलहाल कोई आश्वासन नहीं दिया है, उन्होंने शशिकला से मुलाकात के बाद अपनी राय देंगे।
राज्यपाल से मिलने से पहले शशिकला एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेताओं के साथ पोएस गार्डन में मीटिंग कर रही हैं। शशिकला का दावा है कि 134 में 132 विधायक उनके साथ हैं। दूसरी ओर पन्नीरसेल्वम 50 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। अब राज्यपाल को फैसला करना है। पन्नीरसेल्वम ने शशिकला गुट पर विधायकों का अपहरण कर उन्हें बंधक बनाने का आरोप लगाया है।
क्यों पन्नीरसेल्वम हुए बागी?
तीन दिन पहले शशिकला के सीएम बनने के लिए खुद इस्तीफा देने वाले पन्नीरसेल्वम मंगलवार शाम अचानक बागी हो गए और उन्होंने शशिकला पर कई गंभीर आरोप लगाए। दूसरे ओर शशिकला ने भी मोर्चा खोल दिया और पन्नीरसेल्वम को जहां गद्दार और झूठा कहते हुए पार्टी से और कोषाध्यक्ष पद से निष्कासित कर दिया। हालांकि, पन्नीरसेल्वम नहीं माने और उन्होंने दो बैंकों को निर्देश दिया है कि बगैर उनके आदेश के पार्टी के खाते से कोई लेन-देन ना हो। डीएमके ने तमिलनाडु में दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।