पुदीने की भीनी खुशबू और स्वाद से भला कौन परिचित नहीं होगा। चटनी हो या आम पना, रायता हो या पुलाव, हर किसी के साथ मिक्स होकर यह अनोखा स्वाद देता है और गर्मियों के लिए रामबाण तो है ही पुदीना।
मिनरल्स से भरपूर पुदीना विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत है। इसकी कई वैरायटी हैं, जिसमें पिपरमिंट और स्पीयरमिंट सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। आयुर्वेद में पुदीने को वायुनाशक जड़ी-बूटी के रूप में देखा जाता है, जो सीने में जलन, मितली आदि में राहत देता है। इसके पत्ते को चबाकर खाने से पेट दर्द और आंतों की ऐंठन में आराम मिलता है।
कैसे खाएं
भारतीय किचन में पुदीने का इस्तेमाल कई रूपों में किया जाता है। ताजे दही के साथ रायता बनाने की बात हो या चटनी। इसकी खुशबू आपको जरूर अपनी ओर खींच लाएगी। ताजा या सूखा दोनों तरह के पुदीने से बहुत तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं, जिसमें करी, गर्म या ठंडा सूप, चटनी, सलाद, जूस आदि मुख्य है। थाई व्यंजनों में भी पुुदीने का इस्तेमाल खूब होता है।
बड़े-बड़े रेस्टोरेंट वगैरह में तो सलाद का स्वाद बढ़ाने के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। आप भी चाय के पानी और ताजा निचोड़ें नींबू के रस में पीसा पुदीना सलाद में मिलाएं आैर टॉस करें। सलाद का स्वाद बढ़ जाएगा। चावल या बिरयानी में भी आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे खाने में स्वाद तो आएगा ही, पेट के लिए भी सही रहेगा।
पुदीने से सौंदर्य निखार
सेहत ही नहीं, सौंदर्य निखार के लिए पुदीना कारगर है। तभी तो पुदीने का इस्तेमाल कई सारे ब्यूटी प्रोडक्ट में भी होने लगा है। यह त्वचा की कोशिकाओं को नई उर्जा प्रदान करता है। साथ ही त्वचा की नमी को खोने नहीं देता। एंटिसेप्टिक होने के कारण इसका प्रयोग बॉडी क्लींजर, साबुन और बॉडी वॉश के रूप में होने लगा है।
अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो पुदीने का फेशियल आपके लिए सही रहेगा। इसको बनाने के लिए दो बड़े चम्मच ताजा पीसे पुदीने के साथ दो बड़े चम्मच दही और एक बड़ा चम्मच ओटमील लेकर गाढ़ा घोल बनाएं। इसे चेहरे पर दस मिनट तक लगाएं और चेहरे को धो लें।
सेहत के फायदे
गर्मियों में पुदीने का रस या कच्चे आम के रस के साथ पुदीने का सेवन करने से लू नहीं लगती है।
पेट में गैस होने पर एक कप गरम पानी में आधा छोटा चम्मच पुदीने का रस डालकर पिएं।
नाक बंद होने की स्थिति में ताजे पुदीने के पत्ते को� सूंघना फायदेमंद रहेगा। खुजली या गले में खराश होने पर भी पुदीने का काढ़ा लिया जा सकता है। इसके लिए एक कप पानी में दस-बारह पुदीने के पत्ते डालकर आधा होने तक उबालें। पानी को छानकर एक चम्मच शहद के साथ पिएं। पुदीने के पत्तों का इस्तेमाल दांतों की देखभाल में भी किया जाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग मुंहासे और ब्लैकहेड्स को ठीक करने में भी किया जाता है।
यदि घर के चारों ओर पुदीने के तेल का छिड़काव कर दिया जाए, तो मक्खी-मच्छर आदि भाग जाते हैं।
पुदीना शरीर से टॉक्सिन और फ्री रैडिकल को निकालने में भी मदद करता है। अगर आप इसे अपनी डाइट में शामिल करती हैं, तो यह जीवाणु और कवक को शरीर से दूर करता है।
करना हो जब स्टोर
पुदीने की हरी पत्तियों को पेपर में लपेटकर फ्रिज में कुछ दिन के लिए रखें। जब यह पूरी तरह सूख जाए, तो अलग डिब्बे में रख पैक करें। जब चाहे इसका इस्तेमाल चटनी या सब्जियों को गार्निश करने के लिए कर� सकती हैं।