आज के दौर में ज्यादातर मनुष्य पेट की गैस की समस्या से जूझ रहा है। यह एक आम तथा कभी न कभी हर किसी को होने वाली समस्या है। पेट गैस को अधोवायु भी कहते हैं। यह तब होती है, जब शरीर में भारी मात्रा में गैस भर जाती है। इस पेट में रोकने से कई बीमारियां हो सकती हैं, जैसे एसिडिटी, कब्ज, पेट दर्द, सिरदर्द, जी मिचलाना, बेचैनी आदि। यदि पेट की गैस का समय से उपचार न हो जाये तो कभी-कभी ये दिमाग पर भी चढ़ जाती है और ऐसी स्थिति में मरीज पागलों जैसा व्यवहार करने लगता है या मिर्गी के मरीज की तरह लोटपोट होने लगता है। यह आधुनिक दौर में एक भीषण बीमारी का रूप ले चुकी है, आज हर दूसरा व्यक्ति इस बीमारी का शिकार है। बीमारी कैसी भी हो यदि उसका इलाज समय से नही हुआ तो वो अपना आस्तित्व मजबूत ही बनाती जाती है और एक दिन वह शरीर को दांव पर लगा देती है। यह भी एक सत्य है कि इस दौर मेें मनुष्य अपने काम मेें इतना व्यस्त हो गया है कि वो अपने शरीर का ध्यान नही रख पा रहा है। बाहरी भोजन का सेवन कर रहा है जो इस बीमारी का मुख्य कारण है। इस बीमारी का इलाज कई जगहों पर उपलब्ध है फिर भी मनुष्य के पास समय का अभाव होने के कारण इलाज करवाने तभी जाता है जब उसमें समस्या से निपटने की क्षमता समाप्त हो जाती है। ऐसे में यदि मनुष्य को गैस की बीमारी के घरेलू उपचार की जानकारी हो तो वह अपने घर में ही किसी भी समय में उपचार लेकर अपने स्वास्थय को सही रख सकता है।
पेट की गैस के कारण
पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं जैसे पेट में बैक्टीरिया के ओवरप्रोड्क्सन होने से, आहार में बहुत ज्यादा फाइबर होने से, मिर्च-मसाला, तली-भुनी चीजें ज्यादा खाने आदि से। बींस, राजमा, छोला, लोबिया, उड़द की दाल, फास्ट फूड, ब्रेड और किसी-किसी को दूध या भूख से ज्यादा खाने आदि से पाचन संबंधी विकार हो जाता है। खाने के बाद कोल्ड ड्रिंक लेने से भी ये बीमारी हो सकती है क्योंकि इसमें गैसीय तत्व होते हैं। बासी खाना खाने से और खराब पानी पीने से भी गैस हो जाती है। इस बीमारी में लोगों को भूख भी बहुत कम लगती है जिससे वो काफी कमजोर हो जाते हैं।
पेट की गैस के घरेलू उपचार
भोजन के साथ सलाद के रूप में टमाटर का प्रतिदिन सेवन करना लाभप्रद होता है। यदि उस पर काला नमक डालकर खाया जाये तो लाभ अधिक मिलता है। पथरी के रोगी को कच्चे टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए।
आधा चम्मच सूखा अदरक पाउडर लें और उसमें एक चुटकी हींग और सेंधा नमक मिलाकर एक कप गर्म पानी में डालकर पीएं।
गैस के कारण सिरदर्द होने पर चाय में काली मिर्च पाउडर डालें। वही चाय पीने से लाभ मिलता है।
2 चम्मच ब्रैंडी को गर्म पानी में कप में डालकर रात को सोने से पहले पिएं।
स्लाइस की हुई कुछ ताजा अदरक नींबू के रस में भिगोकर भोजन के बाद चूमने से राहत मिलेगी।
पेट में या आंतों में ऐंठन होने पर एक छोटा चम्मच अजवाइन में थोड़ा नमक मिलाकर गर्म पानी में लेने पर लाभ मिलता है। बच्चों को अजवाइन थोड़ी दें।
भोजन के एक घंटे बाद 1 चम्मच काली मिर्च, 1 चम्मच सूखी अदरक और 1 चम्मच इलायची के दानों को आधा चम्मच पानी के साथ मिलाकर पिएं।
वायु समस्या होने पर हर्रा के चूर्ण को शहद के साथ मिक्स कर खाना चाहिए।
अजवायन, जीरा, छोटी हर्रा और काला नमक बराबर मात्रा में पीस लें। बड़े दो से छह ग्राम खाने के तुरन्त बाद पानी से लें और बच्चों के लिए मात्रा कम कर दें।
अदरक के छोटे टुकड़े कर उस पर नमक छिडक़कर दिन में कई बार उसका सेवन करें। गैस परेशानी से छुटकारा मिलेगा, शरीर हल्का होगा और भूख खुलकर लगेगी।