चीन के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और उनके चीनी समकक्षीय वांग यी के बीच दक्षिण चीन के हेईनान प्रांत में गुरुवार और शुक्रवार को बैठक होने जा रही है। इस दौरान दोनों के बीच भारत के साथ तनावपूर्ण संबंध, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और कोविड-19 चर्चा का मुख्य विषय रह सकता है।

चीन के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को औपचारिक तौर पर इस बात का ऐलान किया कि विदेश मंत्री वांग यी अपने पाकिस्तानी समकक्षीय शाह महमूद कुरैशी के साथ दो दिवसीय चीन पाकिस्तान स्ट्रैटजिक फॉरेन मिनिस्टर्स डायलॉग की मेजबानी हेईनान में करेंगे, जो आज से शुरू हो रही है।

कोविड-19 महामारी से उबर रहे चीन में कुरैशी उन चुनिंदा हाई प्रोफाइल राजनयिकों में से हैं, जो वहां का दौरा कर रहे हैं। इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मुर्शिदी पहले ही दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को वहां पहुंच चुके हैं।

चीन और पाकिस्तान के दोनों शीर्ष राजनयिक ऐसे वक्त पर मिल रहे हैं जब नई दिल्ली के साथ बीजिंग के साथ पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तो वहीं इस्लामाबाद से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने और आतंकवाद को लेकर रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआ ने नियमित मंत्रालय की ब्रीफिंग के दौरान गुरुवार को कहा, “इस समय सामरिक वार्ता काफी महत्वपूर्ण है और दोनों पक्ष इस अवसर पर कोरोना महामारी के खिलाफ सहयोग, द्विपक्षीय रिश्ते और अन्य क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।”

झाओ ने जोर देते हुए कहा, “हमें विश्वास है कि यह संवाद हमारे रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा, हमारे व्यावहारिक सहयोग को गहरा करेगा और अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों पर हमारे करीबी समन्वय को मजबूत करेगा।”

पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक बैठक के दौरान 60 अरब डॉलर की सीपीईसी योजना में हुई प्रगति और इस्लामाबाद द्वारा एक अरब डॉलर ऋण देने के अनुरोध पर चर्चा हो सकती है। उल्लेखनीय है कि सीपीईसी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वकांक्षी योजना ‘बेल्ट ऐंड रोड इनिशिएटिव का हिस्सा है जो पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित ग्वादर बंदरगाह को चीन के शिजिंयाग प्रांत से जोड़ता है।

खबरों के मुताबिक वांग और कुरैशी द्वारा इस साल के अंत में चिनफिंग के पाकिस्तान दौरे को भी अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।  उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा था कि राष्ट्रपति चिनफिंग इस साल सर्दियों में पाकिस्तान की यात्रा करेंगे।

झाओ ने कहा कि यह संवाद तंत्र सर्वकालिक मित्र से विभिन्न क्षेत्रों में समन्वयित आदान-प्रदान, द्विपक्षीय संबंधों में नीतिगत सुझाव एवं अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर समन्वय एवं संप्रेषण का मंच है। उन्होंने कहा कि पहला संवाद पिछले साल मार्च में बीजिंग में हुआ था जिसमें विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनी थी और द्विपक्षीय संबंधों के विकास में इसने अहम भूमिका निभाई थी।

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