राजधानी लखनऊ की सबसे बड़ी मलिन बस्ती फैजुल्लागंज में लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के साथ ही लोगों की मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही हैं ममता त्रिपाठी, उनके संघर्षों का ही नतीजा है कि बरसों से अनदेखी झेल रहे इस इलाके में अब विकास के कार्य होने लगे हैं भीषण गंदगी व नागरिक सुविधाओं से विहीन लगभग दो लाख की आबादी वाले इस इलाके में 80% आबादी नागरिक सुविधाओं से विहीन है, राजधानी लखनऊ का यह पूरा इलाका संक्रामक व वेक्टर जनित बीमारियों के लिए जाना जाता था, ममता त्रिपाठी के संघर्षों का नतीजा है कि अब फैजुल्लागंज क्षेत्र #स्वच्छ_फैजुल्लागंज के तौर पर पहचाना जाने लगा है।
स्वच्छ सुंदर विकसित व अपराध मुक्त फैजुल्लागंज के संकल्प को लेकर क्षेत्र के हजारों लोगों को जोड़कर जनभागीदारी के साथ कार्य कर रही हैं ममता त्रिपाठी, लोगों को संक्रामक व वेक्टर जनित बीमारियों से बचाने के निजी विद्यालय में अध्यापिका ममता त्रिपाठी स्वच्छ फैजुल्लागंज अभियान चला रही है जिसके तहत प्रत्येक रविवार को हर रविवार गंदगी पर वार अभियान चलाया जाता है इस अभियान में लखनऊ नगर निगम व नगर मलेरिया इकाई का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है, इसके अलावा फैजुल्लागंज क्षेत्र के हजारों बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कुपोषण मुक्त फैजुल्लागंज का अभियान भी बाल महिला सेवा संगठन के द्वारा चलाया जा रहा है, सार्वजनिक स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ममता त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री व विधायक द्वारा कई बार सम्मानित भी किया गया है।
कोरोना काल में फैजुल्लागंज क्षेत्र के लिए वरदान बनी ममता त्रिपाठी
कोविड महामारी के दौरान जब लोगों ने खुद को अपने घरों में कैद कर लिया ऐसे में ममता त्रिपाठी और उनके सहयोगियों ने अपने जीवन की परवाह किए बिना पीड़ितों का ख्याल रखा , कोविड मरीजों को घर घर दवाई पहुंचाने से लेकर लोगों के घरों के अंदर व गली मोहल्लों में सेनेटाइजेशन का जिम्मा खुद ममता त्रिपाठी व उनकी टीम ने संभाला , ममता त्रिपाठी बताती है कि कोविड महामारी के दौरान पीड़ितों तक सेवा पहुंचाने में स्थानीय विधायक डॉ नीरज बोरा ने भी भरपूर सहयोग किया।

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