अयोध्या। सरयू तट के करीब भारत रत्न सुर कोकिला लता मंगेशकर चौराहे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इस चौराहे की विशेषता यह होगी कि यहां से भक्ति, संगीत और वास्तुकला का मनोरम दृश्य देखने को मिलेगा। राम नगरी में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए ये पार्क आकर्षण का केंद्र होगा। जिसे इस महीने यानी सितंबर माह के अंत तक कंप्लीट कर लिया जाएगा। पार्क में 24 घंटे अनवरत लता मंगेशकर द्वारा गाए राम जी के मधुर भजन सुनाई देंगे। दीपोत्सव पर्व पर सीएम योगी आदित्यनाथ पार्क का विधिवत शुभारंभ करेंगे।

पद्म भूषण से सम्मानित सुप्रसिद्ध मूर्तिकार रामवन सुतार ने बनाई वीणा

पद्म भूषण और टैगोर कल्चर अवार्ड से सम्मानित सुप्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार और उनके पुत्र अनिल सुतार ने बनाई है। इन्होंने लौह पुरुष सरदार वल्लभभई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, 45 फुट ऊंची चंबल देवी की मूर्ति ,21 फुट ऊंची महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति और गांधीनगर में स्थापित 17 फुट ऊंची राष्ट्रपिता मोहनचंद कर्मचंद गांधी सहित कई नामचीन मूर्तियों का निर्माण किया है। नोयडा की कार्यशाला में निर्मित इस वीणा को ट्रक के माध्यम से लाया गया है। अनिल सुतार ने बताया इसे बनाने में लगभग एक माह का समय लगा है। नक्कासी दार वीणा को ऊपर से देखने पर कमल के फूल पर दो मोर के साथ मां सरस्वती दिखाईं देगीं। जिसे कांसे के धातु से बनाया गया है।

14 टन की 45 डिग्री एंगल पर खड़ी मां सरस्वती की वीणा होगी आकर्षण का केंद्र

मूर्तिकार अनिल सुतार ने बताया वीणा की लंबाई 40 फुट है। जिसे पूरी तरह नक्कासी करके बनाया गया है। इसका वजन 14 टन है।पार्क में यह 45 डिग्री एंगल पर खड़ी होगी। उन्होंने बताया पार्क में एक सरोवर बनाया जा रहा है। जिसमे 92 कमल मकराना मार्बल से बनाए गए हैं। कमल की संख्या लता जी के आयु को प्रदर्शित करेंगे। आठ पंखुड़ियों वाले कमल के बीच मे एलईडी लाइट लगेगी। जिससे रात में मनोरम दृश्य दिखेगा।

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