लखनऊ : देश भर में सोमवार को ईद-उल-फितर की धूम है और हर तरफ रौनक दिखाई दी। लखनऊ में सोमवार को ईद -उल -फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। इसी के साथ पवित्र रमजान महीने की समाप्ति हो गई। नए-नए कपड़ों में सजे-धजे मुस्लिम समुदाय के हजारों लोग विभिन्न मस्जिदों में एकत्र हुए। हर तरफ `ईद मुबारक` का स्वर ही सुनाई दे रहा था। शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। ईद मुबारक की गूंज पूरे वातावरण में फैल गई है।

eid-mubarakअसम में हिंसा तथा बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे से पूर्वोत्तर के हजारों लोगों के पलायन की रिपोर्टों के बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम सईद अहमद बुखारी ने कहा कि लोगों को भ्रम का शिकार नहीं होना चाहिए और शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहिए।

उन्होंने मुसलमानों से अपील कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और जहां भी हैं, वहां शांति और सद्भाव बनाए रखें। ईद के दिन बाजारों में काफी रौैनक रही। हर तरफ लोग कपड़े, बर्तन और फल खरीदते नजर आए।

उपहारों का भी आदान-प्रदान किया जाएगा और फिर पारिवारिक दावत होगी। सेवईयां, फिरनी, बिरयानी, कबाब और अन्य कई व्यंजन ईद के अवसर पर खास तौर पर बनाए जाते हैं। इस अवसर पर बच्चों को अपने बड़ों से प्यार के रूप में मिलने वाली `ईदी` का खास इंतजार रहता है। जिसमें उन्हें प्राय: पैसे दिए जाते हैं। शाम के वक्त मस्जिदों को रोशनी से सजाया जाएगा। लखनऊ पुलिस ने विभिन्न स्थानों खासकर मस्जिदों के पास यातायात को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।

एसएमएस से ‘ईद मुबारक’ कहना हुआ मुश्किल

असम में भड़की हिंसा और बरेली उपद्रव का असर कश्मीर से कन्याकुमारी तक देखा जा रहा है। इसकी मुख्य वजह सोशल नेटवर्किंग साइट और मोबाइल मैसेज को बताया जा रहा है। इसके तहत गृहमंत्री ने एक दिन में सिर्फ पांच एसएमएस करने का ही आदेश दिए हैं। इससे एसएमएस द्वारा ईद की शुभकामनाएं देने वालों को परेशानी जरूर होगी।

मोबाइल से एक दिन में दो सौ एसएमएस करने और अनलिमिटेड नेट यूज करने वाले उपभोक्ताओं को 15 दिनों तक बहुत ही संतोष से रहना होगा। वहीं अनलिमिटेड नेट चलाने की स्कीम वाली कंपनियों को एक दिन में मात्र 20 एमबी नेट प्लान 15 दिन के लिए जारी करने को कहा है। उधर हिंसा और उपद्रव को रोकने के लिए फेसबुक, टयूटर, फ्लीकर, गुगल प्लस, ऑरकुट आदि 74 वेवसाइट पर खुफिया एजेंसी की नजर रहेगी।

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