धारा 370 और आर्टिकल 35ए को खत्म करने के मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले से सियासत में भूचाल आ गया है। सड़क से लेकर संसद तक इस फैसले का असर देखा जा रहा है। संसद में मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले से पीडीपी सांसद बौखला गए है। पीडीपी के राज्यसभा सदस्य मीर मोहम्मद फैयाज ने तो सोमवार को संविधान की प्रति फाड़ दी। इसके बाद राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने मीर मोहम्मद फैयाज को सदन छोडऩे का निर्देश दिया। इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह के ऐलान के बाद पीडीपी के दोनों राज्यसभा सदस्यों ने अपने कपड़े फाड़ दिए थे।
आज सरकार ने जम्मू कश्मीर को दो भागों में विभक्त करने वाला विधेयक जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 को सोमवार को राज्यसभा में पेश किया इससे लद्दाख को अलग कर केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव किया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में इस विधेयक को पेश करते हुये कहा कि जम्मू कश्मीर को दो भागों में बांटा जायेगा। लद्दाख के लोगों की वर्षों से यह मांग थी कि उसे अलग राज्य का दर्जा दिया जाये। इसके मद्देजनर लद्दाख को केन्द्रशासित क्षेत्र का दर्जा दिया जायेगा लेकिन उसका विधानमंडल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आतंरिक सुरक्षा और सीमापार आंतकवाद के मद्देनजर जम्मू कश्मीर भी केन्द्र शासित प्रदेश होगा लेकिन इसका विधानमंडल होगा।