नई दिल्ली/इस्लामाबाद/बीजिंग: लद्दाख में भारत की कड़ी कार्रवाई से मुंह की खाने वाली चीन (India-China Dispute) अब नई चाल चल रहा है। चीन अपने कथित दोस्त पाकिस्तान (Pakistan) के साथ मिलकर भारत को अप्रत्यक्ष रूप से निशाना बनाने की कोशिश में है। दरअसल, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में मिसाइल (Missile) तैनात करने में चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है। पाकिस्तान यहां जमीन से हवा में वार करने वाली मिसाइल तैनात कर रहा है।
POK में मिसाइल तैनात कर रहा पाकिस्तान
रिपोर्ट्स के अनुसार, जमीन से हवा में वार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली की स्थापना के लिए POK में लासादन्ना ढोक के पास निर्माण कार्य जोरों पर है। मिली जानकारी के मुताबिक, लगभग 120-130 पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के जवान और 25 से 40 नागरिक निर्माण स्थलों (New SAM sites in PoK) पर काम कर रहे हैं। इस मिसाइल प्रणाली (Surface-To-Air Missile System) का नियंत्रण कक्ष (Control Room) बाग जिले में स्थित है।
चीन कर रहा है पाकिस्तान की मदद
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, झेलम जिले के चिनारी और POK के हटियन बाला जिले के चकोठी में भी इसी तरह के निर्माण की सूचना मिली थी। रिपोर्ट आगे बताती है कि चल रहे निर्माण कार्य स्थल पर पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ PLA (China’s Army) कर्मियों को भी तैनात किया जाएगा। गौरतलब है कि चीन और पाकिस्तान अपनी सेना के बेहतर एकीकरण के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। इसी साल जून में इस्लामाबाद ने बीजिंग में PLA मुख्यालय में अपने एक वरिष्ठ सेना अधिकारी को तैनात भी किया था।
हरकतों से बाज नहीं आ रहा चीन
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर मई की शुरुआत से ही स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। चीन को उसकी हर हरकत का करारा जवाब मिल रहा है लेकिन फिर भी वह बाज नहीं आ रहा है। वह लगातार भारत को उकसाने की रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन, जब उसे उसकी सभी रणनीतियां भारत के सामने फेल होती नजर आईं तो अब उसने पाकिस्तान की मदद के जरिए भारत को अप्रत्यक्ष रूप से निशाना बनाने का प्लान बनाया।
भारत-चीन के बीच कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता!
चीन के साथ सीमा विवाद को हल करने के लिए एक बार फिर से भारत और चीन के बीच आगामी 12 अक्तूबर (सोमवार) को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता हो सकती है। भारतीय सेना से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। अब तक भारत और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए छह दौर की कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता हो चुकी है, लेकिन कोई भी परिणाम नहीं निकला है।