बीएड प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों को रविवार के लॉकडाउन से परेशान होने की जरूरत नहीं है। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया है कि अभ्यर्थियों को आने-जाने की पूरी छूट मिलेगी। इसके लिए प्रवेश पत्र दिखाना होगा। छात्रों को असुविधा न हो इसके लिए सभी सार्वजनिक व निजी यातायात साधन जैसे टेंपो, टैक्सी, ओला, उबर, प्राइवेट व सरकारी बसें चलाने की अनुमति दी गई है।
इसके साथ ही रोडवेज की अतिरिक्त बसें भी शाम को बस स्टैंड पर लगाई गई हैं। परीक्षा केंद्र के आसपास की छोटी जलपान की दुकानें खोलने की अनुमति होगी, किन्तु वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। इससे पहले शनिवार को कई छात्र वाराणसी पहुंचने के बाद साधन नहीं होने के कारण अपने केंद्रों को देखने के लिए मुश्किल से पहुंच सके।
परीक्षा केंद्रों पर किसी भी छात्र को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे- मोबाइल, लैपटॉप, पेजर आदि लेकर जाना पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर की परिधि में परीक्षा तिथि को परीक्षा अवधि में फोटो स्टेट / फैक्स / पीसीओ, साइबर कैफे आदि दुकानें नहीं खुलेंगी। परीक्षा केंद्रो पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 51 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।
बनारस में 104 केंद्रों पर 39 हजार 177 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। शनिवार को इन केंद्रों पर सेनेटाइजेशन का काम भी होता रहा। रविवार को दो पालियों में परीक्षा होगी। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले अपने साथ सेनेटाइजर और मास्क लेकर केन्द्रों पर पहुंचना होगा। बगैर थर्मल स्कैनिंग के कोई भी परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा। परीक्षा से पहले सभी कक्षों पूरी तरह सेनेटाइज कराया जाएगा।
ये निर्देश शुक्रवार को काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में केंद्राध्यक्षों की बैठक में दिए गए। केंद्राध्यक्षों की बैठक बीएचयू में भी बुलाई गई थी। सभी केंद्र व्यवस्थापक को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी दिशानिर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराने को कहा गया। परीक्षार्थियों के प्रवेशपत्रों पर भी उनके लिए आवश्यक निर्देश अंकित हैं। उन्हें भी सभी दिशा निर्देशों का पालन करना जरूरी है। परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र के साथ पहचान पत्र भी लाना होगा।
कुछ व्यवस्थापकों ने कक्ष निरीक्षकों के कमी की बात उठाई। उनका कहना था कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण शिक्षक आने में हिचकिचा रहे हैं। व्यवस्थापकों से कहा गया कि यह राज्य सरकार की ओर से ली जा रही परीक्षा है। इसलिए संक्रमण से बचाव के सभी मानकों का पालन करते हुए परीक्षा केंद्र पर जरूर पहुंचें।