नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया। पीएम मोदी का ये संबोधन कोरोना महामारी को लेकर था। पीएम मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम भारतवासियों ने बहुत लंबा सफर तय किया है। इस दौरान उन्होंने देशवासियों को आगामी त्यौहारों के दौरान और अधिक सावधानी बरतने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लॉकडाउन भले चला गया है, लेकिन वायरस नहीं गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम भारतवासियों ने लंबा सफर तय किया है। समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में भी धीरे-धीरे तेजी ला रहे हैं। अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए फिर से जीवन में गति देने के लिए रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि त्योहारों के मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है। लेकिन हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “बीते सात से आठ महीने में प्रत्येक भारतीय के प्रयास से जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है, और अधिक सुधारना है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश में कोरोना का रिकवरी रेट अच्छा है। मौत की दर कम है। भारत में जहां प्रत्येक दस लाख जनसंख्या पर करीब साढ़े पांच हजार लोगों को कोरोना हो रहा था, वहीं अमेरिका में ये आंकड़ा 25 हजार के करीब है। भारत में प्रति दस लाख लोगों में मृत्यु दर 83 है, जबकि अमेरिका, ब्राजील, स्पेन अनेक देशों में ये आंकड़ा छह सौ के पार है।

पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

  1. समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकांश लोग,  अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए,  फिर से जीवन को गति देने के लिए,  रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।
  2. हमें ये भूलना नहीं है कि लॉकडाउन भले चला गया हो, वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में, प्रत्येक भारतीय के प्रयास से, भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है।
  3. आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है, Fatality Rate कम है। दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है।
  4. सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे doctors, nurses, health workers इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है। ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है।
  5. हाल के दिनों में हम सबने बहुत सी तस्वीरें, वीडियो देखे हैं जिनमें साफ दिखता है कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है। ये ठीक नहीं है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं,  तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।
  6. आप ध्यान रखिए, आज अमेरिका हो, या फिर यूरोप के दूसरे देश, इन देशों में कोरोना के मामले कम हो रहे थे, लेकिन अचानक से फिर बढ़ने लगे। जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती,  हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।
  7. बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। हमारे देश के वैज्ञानिक भी vaccine के लिए  जी-जान से जुटे हैं। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन्स पर काम चल रहा है। इनमें से कुछ एडवान्स स्टेज पर हैं। कोरोना की vaccine जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक vaccine पहुंचे,  इसके लिए तेजी से काम हो रहा है।
  8. याद रखिए, जब तक दवाई नहीं,  तब तक ढिलाई नहीं।
  9. एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं,  थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है, हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। जीवन की ज़िम्मेदारियों को निभाना  और सतर्कता ये दोनो साथ साथ  चलेंगे तभी जीवन में ख़ुशियाँ बनी रहेंगी।
  10. दो गज की दूरी,  समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना  और  मास्क का ध्यान रखिए।

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