गिरफ्तारी पर उठ रहे सवाल, एमपी की सियासत में भूचाल
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे आज महाकाल मंदिर में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब फिर से सवाल उठने लगे कि आखिर क्या सब पहले प्रायोजित तो नहीं था। क्या पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच संरक्षकों से उज्जैन पहुंचने का इशारा मिला चुका था। आखिर क्या मध्य प्रदेश ही उसके लिए सरेंडर की सबसे बेहतर जगह थी। ऐसे ही न जाने कितने सवाल है, जो कि इस समय लोगों के दिमाक में उठ रहे हैं। बहुत ही नाटकीय ढंग में आज उसकी हुई गिरफ्तारी के बाद विपक्ष भी सवाल उठा रहा है।
यूपी पुलिस जिससे पिछले एक सप्ताह से खोज रही थी, उसने बहुत ही आसानी के साथ में आखिर कैसे करके गिरफ्तारी दे दी। विकास की गिरफ्तारी के लिए चारों ओर हाथ पांव मार रही यूपी पुलिस ने उसके पांच गुर्गों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। ऐसा कहा जा रहा है कि लगातार हो रहे एनकाउंटर से वह परेशान हो गया था। आज आखिरकार राजनीतिक संरक्षण के जरिये विकास खुद को एनकाउंटर से बचाने में सफल हो गया। बता दें, उसका साला राजू निगम भी शहडोल में ही रहता है, ऐसे में मध्य प्रदेश उसके लिए बहुत ही सुरक्षित जगह रही है सरेंडर करने के लिए। इससे पहले भी वह एक मामले में मध्य प्रदेश से ही गिरफ्तार किया गया था।
विकास को लेकर रही तरह की चर्चा
विकास को लेकर यूपी पुलिस लगातार अलग-अलग सूचनाओं के साथ में उसे पकड़ने की कोशिश कर रही थी। वह यूपी में ही आत्म समर्पण करना चाहता था, लेकिन पुलिस के सख्त तेवर की वजह से उसने ऐसा नहीं किया। पिछले 6 दिनों में कम से कम 5 से 7 बार ऐसा अलर्ट आया कि विकास दुबे सरेंडर कर सकता है। सबसे पहले उसके कोर्ट में सरडेंर करने को लेकर लखीमपुर से खबर आती है कि वह बॉर्डर क्रॉस करने वाला है लेकिन पुलिस वहां भी मुस्तैद थी।
ऐसा पता चला कि वह नेपाल भी नहीं भाग सकता था। नेपाल सीमा पर सख्ती और कचहरियों में पुलिस के डेरे कारण विकास के सामने यूपी छोड़ने का ही रास्ता बचा था। ऐसे में अब उसने आज गिरफ्तारी वहां पर दी है। पहले कहा जा रहा था कि वह हरियाणा में ही सरेंडर करेगा, लेकिन उसने वहां पर नहीं किया। इसके बाद वह राजस्थान होते हुए मध्यप्रदेश पहुंचा और आज महाकाल के दरबार में अपनी हाजिरी लगाने के बाद गिरफ्तारी दी।
आखिर इस मंत्री के नाम पर क्यों हो रही चर्चा
अब विकास दुबे के सरडेंर के बाद एक नेता का नाम सामने आ रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि बुधवार की रात को उज्जैन में ही इसकी पूरी स्क्रीप्ट लिख ली गई थी। एसपी और डीएम रात को वहां पर पहुंचें और एक बंद कमरे में बैठक की और आज विकास की गिरफ्तारी होगी। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान मध्य प्रदेश के भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा कानपुर और बुंदेलखंड मंडल के चुनाव प्रभारी बनाए गए थे।
इस दौरान उनके क्षेत्र में चौबेपुर, बिल्हौर, बिठूर और शिबली भी आता था। इस क्षेत्र में विकास दुबे का अच्छा दबदबा है। ऐसे में कहीं न कहीं उनकी मुलाकात नरोत्तम मिश्रा से हुई होगी। ऐसे में अब उसने आज यहां पर गिरफ्तारी दी है। बता दें, विकास ने 2017 में चुनाव के समय भाजपा को ही समर्थन किया जाता था। ऐसे में कांग्रेस मध्य प्रदेश सरकार पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ भी इशारों ही इशारों में आरोप लगा चुके हैं।