देश के कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) में इस्तेमाल होने वाली दो प्रमुख कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) टीके की मिक्स्ड डोज के क्लिनिकल ट्रायल और स्टडी को DCGI ने मंजूरी दे दी है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि इस पर स्टडी और क्लिनिकल ट्रायल वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में होंगे.
वेल्लोर में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) द्वारा इस तरह के अध्ययन की अनुमति मांगी गई थी. इससे पहले पिछले महीने भारत की ड्रग रेगुलेटर डीसीजीआई के एक एक्सपर्ट पैनल ने कोविशील्ड और कोवैक्सिन कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज पर एक अध्ययन की सिफारिश की थी.  वहीं ICMR की तरफ से दोनों वैक्सीन की मिक्स्ड डोज को लेकर स्टडी की गई थी जिसमें बताया गया था कि दो कोविड टीकों की मिक्सिंग से बेहतर सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनत्व (immunogenicity) परिणाम मिले. हालांकि, तब खुराक के मिश्रण ने काफी चिंता बढ़ा दी थी. ऐसे में फिलहाल जिस स्टडी और क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दी गई है वो ICMR की स्टडी से अलग होगा.
ICMR ने क्या कहा था?
ICMR ने एक बयान में बताया कि कोवैक्सिन और कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज को लेकर हुई एक स्टडी के पॉजिटिव रिजल्ट्स सामने आए हैं. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने दावा किया कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड के कॉकटेल पर हुई स्टडी में बेहतर रिजल्ट्स देखने को मिले हैं. स्टडी में सामने आया था कि एक एडिनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म-बेस्ड वैक्सीन के कॉम्बिनेशन के साथ वैक्सीन न केवल सुरक्षित पाई गई, बल्कि बेहतर इम्युनोजेनेसिटी भी देखने को मिली है.
वहीं सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने कहा था कि इस अध्ययन का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या वैक्सीनेशन कोर्स को पूरा करने के लिए किसी व्यक्ति को दो अलग-अलग वैक्सीन डोज दी जा सकती है? अगर किसी को एक डोज कोविशील्ड और एक डोज कोवैक्सिन की दी जाती है, तो क्या ये कारगर रहेगा?

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