युवती से दुष्कर्म के प्रयास में जेल भेजे गया डॉक्टर शुक्रवार को निलंबित किया किया गया है। अभी शासन को भेजी गई सीएमओ की आख्या पर कार्रवाई बाकी है। डीडीयू अस्पताल के कोविड-19 एल-2 वार्ड में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर तुफैल अहमद ने 21 जुलाई की रात के बिना पीपीई किट पहले संक्रमित युवती से क्वारंटाइन वार्ड में दुष्कर्म का प्रयास किया था।

22 जुलाई की सुबह भी युवती से दुष्कर्म का प्रयास किया। युवती ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। पिता की शिकायत पर जांच में मामला सही निकला और 21 जुलाई को डॉक्टर पर धारा 376 आईपीसी (2) (घ) क तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने होटल से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। क्वारंटाइन वार्ड में सीसीटीवी खंगाल कर सच्चाई सबके सामने लाई थी। ठीक उसी प्रकार अगर आइसोलेशन वार्ड के भी सीसीटीवी की फुटेज खंगाली जाएं तो कई और राज से पर्दा उठ सकता है।

दिसंबर 2012 में हुई थी अस्पताल में तैनाती

डॉ. तुफैल अहमद की तैनाती दिसंबर 2012 में डीडीयू अस्पताल में हुई थी। वह एमबीबीएस और डिप्लोमा ऑर्थो कर सेवा में आए। आठ साल से अस्पताल में सेवा दे रहे थे। मेडिकल बोर्ड टीम भी उनका नाम था। आयु सर्टिफिकेट में हड्डी रोग विशेषज्ञ का बहुत बड़ा योगदान रहता है।

दुष्कर्म के प्रयास में आरोपी डॉ. तुफैल अहमद निलंबित किया जा चुका है। सरकार का आदेश है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी जेल जाने के 48 घंटे बाद निलंबित कर दिया जाता है। ऐसे में वह निलंबित हो चुके हैं। इसके अलावा शासन को भेजी गई आख्या के आधार पर शसन कार्रवाई करेगा।
डॉ. बीपी सिंह, सीएमओ।

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