
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों सहित स्वास्थ्य विशेषज्ञ रोगियों पर इसके दीर्घकालिक मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, एम्स-दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने हाल ही में लोगों से कहा कि वे कोविड-19 रोगियों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी कलंकित करने के बजाय उनके प्रति समर्थन दिखाएं.
इस वीडियो को मुंबई स्थित वातवरण फाउंडेशन, बेंगलुरु स्थित झटका ऑर्गेनाइजेशन और बिहार स्थित सेंटर फॉर एनवायरनमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीईईडी) ने मिलकर जारी किया है. ये तीनों संस्था आपस में मिलकर देशभर में इस अभियान को चला रहे हैं.
दिग्गज अभिनेता रघुवीर यादव हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज पंचायत में अपने अभिनय को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं. कुल 70 सेकेंड के इस वीडियो में वह कह रहे हैं- सवाल ये है कि इन लोगों के चेहरे कहां हैं, ये छुपे क्यों हैं, किस बात का डरहै इन्हें, सच बात तो ये है आजकल कोविड पॉजिटिव होना किसी जुर्म से कम नहीं है. लोग सोचते हैं कि अगर आप कोविड पॉजिटिव हैं तो आप एक मुजरिम हैं. ये गलत है. ये सोच बिल्कुल ही गलत है. और इसे हर हाल में रोकना चाहिए. हाथ मत मिलाइए. कोरोना को हराने के लिए सही सोच मिलाइए.
अभिनेता ने जनता से अपील करते हुए कहा कि उन सभी मिथकों और कलंकों को मिटाना होगा जो कोविड-19 पॉजिटिव होने से जुड़े हैं. इस वीडियो के एक संदेश में लोग कह रहे हैं कि कोविड-19 पॉजिटिव कोई भी हो सकता है. एक डॉक्टर, एक एयर होस्टेस, एक बच्चा या वरिष्ठ नागरिक और रोगी कोई भी हो सकता है. एक हिंदू, मुस्लिम या किसी अन्य धर्म के लोग हो सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि जात-पात, धर्म को छोड़ इस महामारी से लड़ें. इस वीडियो को बनाने में गीता सिंह, अविनाश कुमार सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.