बारादरी थाना क्षेत्र के हजियापुर में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से शहर में खलबली मच गई। सोमवार दोपहर मरीज की रिपोर्ट आने के बाद इलाके को सील कर दिया गया। इधर कोरोना पीड़ित मरीज की बीवी ने शौहर की रिपोर्ट गलत बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का आरोप है कि एसआरएमएस ने इलाज में लापरवाही की है। उसके शौहर की जो रिपोर्ट आई है वह गलत है। शौहर की दोबारा जांच कराने को लेकर महिला डीएम आवास भी गई।
महिला ने यहां जमकर हंगामा भी किया। इसके अलावा सीएमओ से भी महिला ने शौहर की दोबारा जांच की गुहार लगाई है। शौहर की कोरोना पॉजिटिव की बात मानने को महिला तैयार नहीं थी। महिला का कहना है कि उसका और उसके परिवार का दूर-दूर तक ऐसे लोगों से संपर्क नहीं रहा है जो कोरोना पीड़ित हों। महिला के एसआरएमएस पहुंचने की सूचना पर एसीएमओ डॉ. रंजन गौतम ने सर्विलांस के जरिए उसे गेट पर ही रुकवाया और उसे वहीं एंबुलेंस में क्वारंटीन कर दिया गया।
डीएम आवास को किया गया सेनेटाइज
हजियापुर में कोरोना मरीज की बीवी ने सोमवार को डीएम आवास पहुंचकर हंगामा किया, जो महिला डीएम आवास में हंगामा कर रही थी वह कोरोना पॉजिटिव की बीवी थी। इसकी जानकारी पर यहां के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। महिला के जाने के बाद डीएम आवास के गेट को बंद कर दिया गया। पूरे परिसर को सेनेटाइज किया गया। साथ ही यहां मौजूद कर्मचारियों पर भी सेनेटाइज का छिड़काव कराया गया।
पहले छह लोगों में मिला था कोरोना का संक्रमण
बरेली में इससे पहले छह लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया था। सुभाषनगर का एक युवक कोरोना पीड़ित था जो कि नोएडा की एक फैक्ट्री में काम करता था। जांच पड़ताल में उसके परिवार के पांच लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। सभी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन करके इलाज किया गया था। 14 दिन में बाद सभी की रिपोर्ट निगेटिव मिली तो उन्हें घर भेज दिया गया था। माना जा रहा है कि अब बरेली कोरोना मुक्त हो गया है, लेकिन सोमवार को एक और कोरोना का मरीज मिलने से एक बार फिर कोरोना की जिले में वापस हो गई है।