-कृषि विभाग और बैंक की गलती से किसान बना फुटबॉल
आगरा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसान यशपाल सिंह पुत्र राम सिंह निवासी मंगुरा तहसील किरावली के खाते में जानी थी वह गलती से दूसरे मृतक किसान के खाते में किसान सम्मान निधि चली गई है उस व्यक्ति की 15 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है।
पीड़ित किसान के मुताबिक मृतक किसान का खाता आज भी चालू है ओर परिवार को कोई सदस्य रुपये भी निकालकर ले गया है। वह अपने रुपये पाने के लिए दो विभागों के बीच फुटबाल बन गया है। आपको बता दे कि ग्राम मंगुरा के किसान यशपाल सिंह की किसान सम्मान निधि खाता संख्या में कृषि विभाग की त्रुटिवश के कारण किसी दूसरे किसान के खाते में जा रही है जिसकी मृत्यु 15 वर्ष पूर्व हो चुकी है। कृषि विभाग इस राशि को यशपाल सिंह के खाते में ट्रांसफर करने के आदेश मार्च माह में दे चुका है, लेकिन आर्यवत बैंक का स्टाफ किसान को तीन माह से परेशान कर रहे है और कृषि विभाग के आदेश की अवहेलना कर रहे है।
किसान द्वारा कृषि विभाग में भी दो महीने चक्कर लगाने पर कृषि उपनिदेशक ने अपने स्तर से एक लेटर जारी किया। पीड़ित किसान ने बताया कि वह बैंक में मार्च के महीने चक्कर लगा रहा है। उन्होंने बैंक मैनेजर पर सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया है। सुविधा शुल्क नहीं देने पर उसके पैसे को खाते में ट्रांसफर नहीं कर रहे है व कृषि विभाग के आदेश को भी दरकिनार कर दिया। पीड़ित किसान ने किसान नेता श्याम सिंह चाहर से अपनी पीड़ा बतायी तो किसान नेता ने उच्च अधिकारियों से शिकायत कर सम्मान निधि के रुपये दिलाने का किसान को आश्वासन दिया और इसकी शिकायत माननीय मुख्यमंत्री से करने की कही। उधर बैंक का स्टाफ भी इसमे लापरवाह बने हुए है जिस किसान की 15 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है और परिवार को कोई सदस्य उस खाते को संचालित कर रहा है, अब जब बैंक को ये पता चल गया है कि किसान की मृत्यु हो चुकी है तो वह फर्जी तरीके से रुपये निकालने वाले पर कार्यवाही क्यो नही कर रहा है।