नई दिल्ली: राजधानी की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ दो महीने से किसान अंदोलन जारी है. शुक्रवार को किसान यूनियन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक नकाबपोश आदमी ने चार किसान नेताओं को गोली मारने की साजिश का दावा किया था. अब इस नकाबपोश आदमी का चेहरा सामने आ गया है. उसने अपना नाम योगेश सिंह बताया है और अब एक नए वीडियो में कहा है कि वह किसानों द्वारा दी गई स्क्रिप्ट पढ़ रहा था. हालांकि पुलिस ने अभी इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है.
इस मामले पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, पुलिस उस नकाबपोश आदमी से पूछताछ कर रही है. जांच पूरी होने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों के लिए सभी सामान्य सुरक्षा व्यवस्थाएं हैं.

नकाबपोश ने पहले क्या दावा किया था
कल सिंघु बार्डर पर किसान यूनियन की तरफ से एक शख्स को पेश किया गया था. उसने दावा किया था कि 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा और चार नेताओं को गोली मारने की साजिश रची गई है. नकाबपोश शख्स ने कहा था, ”हमारा प्लान यह था कि जैसे ही किसान ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली के अंदर घुसने की कोशिश करेंगे तो दिल्ली पुलिस इन्हें रोकगी. इसके बाद हम पीछे से फायरिंग करेंगे ताकि पुलिस को लगे की गोली किसानों की तरफ से चलाई गई है. रैली के दौरान कुछ लोग पुलिस की वर्दी में भी होंगे ताकि किसानों को तितर बितर किया जा सके.”
नकाबपोश ने यह भी कहा था कि मार्च के दौरान स्टेज पर मौजूद चार किसान नेताओं को शूट करने का ऑर्डर है. इन नेताओं की फोटो भी दे दी गई है. बड़ी बात यह है कि शख्स ने प्रदीप नाम के एक एसएचओ का नाम भी लिया है, जो राई थाने का है और इनके पास अपना चेहरा कवर करके आता था.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.