नई दिल्ली: आज देशभर में पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जा रहा है. इसे राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस (एनआईडी) या पोलियो रविवार के रूप में भी जाना जाता है. इस अवसर पर देशभर के तमाम राज्यों में मुख्यमंत्रियों ने पल्स पोलियो ड्राप पिलाकर अभियान की शुरुआत कर दी है. यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा.
देश को पोलियोमुक्त बनाए रखने के भारत सरकार के अभियान के तहत पांच साल के कम उम्र के करीब 17 करोड़ बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाती है. इस देशव्यापी अभियान में करीब 24 लाख स्वंयसेवक, 1.5 लाख सुपरवाइजर और कई नागरिक संगठन, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और रोटरी आदि सहयोग कर रहे हैं. यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है.
यूपी के 3 करोड़ 40 लाख बच्चों को दिया जाएगा ड्रॉप
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ के डफरिन अस्पताल में रविवार को पल्स पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान की शुरुआत की है. प्रदेश में पोलियो अभियान के तहत 5 साल तक के 3 करोड़ 40 लाख बच्चों को पोलियो का ड्रॉप दिया जाएगा. प्रदेश में पोलियो बूथों की संख्या एक लाख 10 हजार है. इसके साथ ही प्रदेश में घर-घर जाकर पोलियो का ड्रॉप पिलाने के लिए 69 हजार टीमों का गठन किया गया है.
प्रदेश में वैक्सीनेटर की संख्या तीन लाख तीस हजार है. पोलियो अभियान के लिए 23,000 सुपरवाइजर्स, 6,500 ट्रांजिट टीम और 1,700 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है. इसके अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, अंडमान निकोबार के मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्य में पल्स पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान की शुरुआत कर दी है.

राष्ट्रपति कोविंद ने पोलियो कार्यक्रम का शुभारंभ किया
एक दिन पहले ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाकर 2021 के लिए पल्स पोलियो कार्यक्रम का शुभारंभ किया था. राष्ट्रपति कोविंद और (देश की) प्रथम महिला सविता कोविंद ने पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की पूर्व संध्या पर बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई. पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 31 जनवरी को मनाया जाता है और इसे ‘पोलियो रविवार’ के नाम से भी जाना जाता है. स्वास्थ्यकर्मी दो करोड़ परिवारों तक जाएंगे, ताकि कोई भी बच्चा पोलियो रोधी टीके के सुरक्षाचक्र से वंचित न रह सके.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.