थाना हरीपर्वत क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में डायलिसिस के बाद एक बुजुर्ग की मौत हो गई। केजीएमयू लखनऊ की रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बुजुर्ग की अंत्येष्टि कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत करा दी गई। साथ ही अस्पताल में डायलिसिस से जुड़े सभी कर्मचारियों को क्वारंटाइन करा दिया गया। वहीं देर शाम मथुरा निवासी व्यक्ति की एसएनएमसी में मौत हो गई। उनको कोरोना पॉजिटिव होने पर भर्ती किया गया था। आगरा में कोरोना से अब तक 11 मौत हो चुकी हैं।
नुनिहाई निवासी नेमीचंद जैन (67 वर्ष) की इसी अस्पताल में कई बार डायलिसिस हो चुकी थी। उसके परिजनों ने उनकी एक अधिकृत निजी लैब से कोरोना संक्रमण की जांच कराई थी। वहां से निगेटिव रिपोर्ट मिलने पर अस्पताल ने डायलिसिस करने के लिए हां कर दी। रविवार को डायलिसिस भी हो गई। उसके कुछ समय बाद उनकी मौत हो गई। इस बीच स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पताल पहुंच गई। रिपोर्ट पॉजिटिव बताते हुए अस्पताल को क्वरांटाइन सेंटर में तब्दील करने के लिए कहा। साथ ही यहां मौजूद 15 लोगों के नमूने भी लिए गए। दूसरी ओर, स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मथुरा के चौबियापाड़ा निवासी सुधीर चतुर्वेदी दो दिन पहले एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती किए गए थे। यहां उनकी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। रविवार देर शाम प्रशासन ने उनकी मौत की पुष्टि की है।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि निजी लैब की रिपोर्ट को भी वह नियमानुसार केजीएमयू में क्रास चेक कराने के लिए भेजते हैं। नेमीचंद के केस में भी ऐसा ही किया गया। वहां से नेमीचंद जैन की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। उन्होंने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत कार्रवाई की गई है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें जैन के परिजनों ने जो रिपोर्ट दी थी, वह निगेटिव थी। इसलिए डायलिसिस किया गया था। अब प्रशासन के निर्देशानुसार उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। सभी संबंधित कर्मचारियों के सैंपल दिए गए हैं। साथ ही अस्पताल में क्वारंटाइन भी करा दिए गए हैं।
दो और पॉजिटिव मिले
आगरा में रविवार को दो नए कोरोना वायरस संक्रमित और मिले हैं। ऐसे में अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 373 हो गई है। इनमें अब तक 52 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।