नई दिल्ली – देश के पहले स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस विक्रांत के 4 डिजिटल डिवाइस केरल के कोच्चि शिपयार्ड से चोरी हो गए हैं। जानकारों का मानना है कि ये डिवाइस आईएनएस विक्रांत के बेहद अहम पार्ट्स हैं। अति सुरक्षित माने जाने वाले कोच्चि शिपयार्ड में चोरी को सुरक्षा के नजरिए से भारी चूक माना जा रहा है। आईएनएस विक्रांत को 2021 में भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। इसे अभी तैयार किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो आईएनएस विक्रांत के कंप्यूटर के चार हार्ड डिस्क, रैंडम एक्सेस मेमोरी (रैम), प्रोसेसर और चिप चोरी हो गए हैं।
केरल पुलिस चीफ लोकनाथ बेहरा का कहना है इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम गठित की गई है। घटना की शिकायत दर्ज करा दी गई है। इस घटना से एयरक्राफ्ट कैरियर की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। वहां की सुरक्षा CISF को सौंपी गई है। वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं।
आईएनएस विक्रांत का निर्माण पूरी तरह से भारत में हो रहा है। अभी विश्व में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस के पास ही इस तरह की युद्धपोत की क्षमता है। आईएनएस विक्रांत करीब 40 हजार टन का पोत है। 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में ब्रिटेन से लिए गए आईएनएस विक्रांत ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। स्वदेशी विक्रांत 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से एक बार में 7,500 नॉटिकल मील की दूरी तय कर सकता है। आईएनएस विक्रांत पर मिग-29 की तैनाती होगी। इस पर करीब 25 से 30 लड़ाकू विमान तैनात होंगे, जिनमें 12 मिग-29, 8 तेजस विमान और 10 एंटी-सबमरीन हेलीकॉप्टर होंगे।
रिपोर्ट – न्यूज नेटवर्क 24