गोंडा – आयुर्वेद को लेकर लोगों मे फैली भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से उड़ान की निदेशक डा0 शिवानी ने गोंडा में जागुरूकता अभियान चलाया । और आयुर्वेद के गुंण बताये। क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के साथ महिलाओं ने भी बढ़ कर भागीदारी निभाई ।
बदलते समय मे भले ही आयुर्वेद का स्थान अंग्रेजी दवाओं ने ले लिया हो ।पर आयुर्वेद आज भी अपने मे खरा उतर रहा है।प्राचीन काल से ही आयुर्वेद का एक अलग प्रभाव रहा है।आयुर्वेद चिकित्सा से इस बदले परिवेष मे भी कैंसर जैसी घातक बीमारियों को जड़ से उखाड़ फेंकने मे कामियाबी मिली है।आयुर्वेद को लेकर लोगों मे फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए उड़ान की निदेशक ने जिले भर जागुरूकता अभियान चलाया ।गांवों मे व स्कूलों में चौपाल के जरिए लोगों को आयुर्वेद की खूबियों को बताया और जगुरूक किया।
शहर के गायत्री पुरम मोहल्ला मे स्थिति श्रीमांआई टी आई मे भी उड़ान की निदेशक डा0 शिवानी ने चौपाल के जरिये लोगों को आयुर्वेद की दवाओं के स्तेमाल के लिए प्रेरित किया ।उन्होंने बताया कि आयुर्वेद की दवाएं बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीकमें कारगर हैँ। इसके इस्तेमाल से किसी प्रकार का साइट इफेक्ट्स भी नहीं हैं।
इन्होंने लोगों को आयुर्वेद की दवाओं को उपयोग मे लाने के प्रेरित किया। इसके साथ ही छोटी बीमारियों मे आयुर्वेद के घरेलू उपायों की जानकारी भी दी। श्री मां आई टी आई के संस्थापक महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य छोटे लाल दिक्षित, निदेशक विश्वनाथ पाण्डेय, प्राचार्य हरीश पटेल, योगेश कुमार मौर्य, अंशू सहित सैकड़ो लोग रहे।
रिपोर्ट – राजेंद्र तिवारी